जैनधर्म का प्रमुख पर्युषण महापर्व आज से

उदयपुर। शहर के विभिन्न उपाश्रयों सभा भवनों, स्थानको में 24 से 31 अगस्त तक जैनधर्म का प्रमुख पर्युषण महापर्व विभिन्न आचार्यों, साधु साध्वियों के सान्निध्य में मनाया जाएगा।
अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में शासनश्री मुनि सुरेशकुमार के सान्निध्य, मुनि सम्बोधकुमार ‘मेधांश’ के निर्देशन में आठ दिवसीय कार्यक्रम के तहत 24 अगस्त को खाद्य संयम दिवस, रात्रिकालीन प्रवचन वास्तु से वास्ता, 25 अगस्त को स्वाध्याय दिवस, रात्रि में सपनों का सच, 26 अगस्त को सामायिक दिवस, रात्रि में श श कोई है, 27 को वाणी संयम दिवस, रात्रि को तंत्र-मंत्र-यंत्र, 28 को अणुव्रत चेतना दिवस, रात्रि में अध्यात्म और विज्ञान, 29 अगस्त को जप दिवस, रात्रि में विश्वास-अंधविश्वास, 30 को ध्यान दिवस, रात्रि को सावधानी तपस्या के साथ तपस्या के बाद विषय पर प्रवचन होंगे।
सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि पर्युषण काल में 24 से 28 अगस्त तक 2 पंचरंगी व तप अनुष्ठान होगा जिसमें 50 श्रावक-श्राविकाएं सहभागी बनेंगे। वहीं आठ दिन तक श्रमणोपासक शिविर आयोजित होगा। इसमें 50 से अधिक श्रावक-श्राविकावृन्द हिस्सा लेंगे। इसी तरह प्रतिदिन अखण्ड नमस्कार महामंत्र अनुष्ठान, प्रात:कालीन परैत प्रात: 6.15 बजे, सायंकालीन प्रतिक्रमण सायं 6.50 बजे, दोपहर स्वाध्याय 1.30 से 2.30 बजे होंगे। प्रतिदिन के प्रवचन प्रात: 9.15 से 11 बजे तक होंगे वहीं सम्वत्सरी महापर्व प्रवचन प्रात: 8.30 से दोपहर 3 बजे तक होगा।

Related posts:

मतदान दल आत्मविश्वास के साथ काम करें, अतिविश्वास से नहींः जिला निर्वाचन अधिकारी

शुगरबॉक्स राजस्थान के गांवों को बना रहा डिजिटल

नई जगुआर एक्सई भारत में लॉन्च, कीमत 44.98 लाख रुपये से शुरू

दो दिवसीय संगोष्ठी एवं कला सृजन कार्यशाला सम्पन्न

वेदांता द्वारा कोविड-19 की रोकथाम के लिए अब तक 7 राज्यों के 7 लाख से अधिक लोगो को मदद

एडीएम प्रशासन दीपेंद्रसिंह ने संभाला पदभार

युवा संस्कार शिविर ‘उत्कर्ष 2023’ का शुभारंभ

फेडेक्स द्वारा आयोजित एसएमई कनेक्ट 2019 में लघु मध्यम व्यवसायी की औद्योगिक चुनौतियों पर मंथन

Kotak Mutual Fund launches new ad campaign that brings SIP to life, Introduces Mr. SIP!

ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में वरदान साबित हो रहे जिंक कौशल केंद्र

पूर्व डीजीपी बंजारा एवं राज राजेश्वर ने किया नारायण सेवा संस्थान का अवलोकन

आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक संपूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे : केंद्रीय गृहमंत्री