उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) उमरड़ा, के मेडिकल कॉलेज में उदयपुर चैप्टर ऑफ रेडियोलोजी व उदयपुर एनेस्थेसिया सोसाइटी के सहयोग से लौ-बेक पेन मैनेजमेंट पर वर्कशॉप आयोजित की गई। मुख्य वक्ता डॉ. सौरभ गर्ग ने पेन के साइकोलॉजिकल इफ़ेक्ट व ट्रीटमेंट पर जानकारी दी। एनेस्थीसिया के अस्सिटेंट प्रो. डॉ. अमित कुमार ने पेन के विभिन्न प्रकार व उनके कारणों से अवगत कराया। एसोसिएट प्रो. डॉ. कमलेश शेखावत ने पेन मैनेजमेंट में एनेस्थेसिया की भूमिका के बारे में बताया तथा डॉ. कपिल व्यास ने लम्बर स्पाइन एमआरआई पर व्याख्यान दिया। उदयपुर चैप्टर ऑफ रेडियोलोजी से डॉ. आंनद गुप्ता व डॉ. कुशल गहलोत तथा उदयपुर एनेस्थेसिया सोसायटी से डॉ. राकेश कुशवाहा, डॉ. देवेंद्र वर्मा तथा डॉ.सीमा परतानी वर्कशॉप में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में डॉ. चंद्रा माथुर और डॉ. ललित रैगर ने भी विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम संयोजक रेडियोलोजी विभाग के अस्सिटेंट प्रोफेसर डॉ. राजाराम शर्मा ने कमर दर्द में अल्ट्रासाउंड के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. सौरभ गर्ग के साथ अल्ट्रासाउंड व फ्लूरोस्कोपी पर दो पेशेंट पर लाइव डेमोंस्ट्रेशन करके दिखाया और रीढ़ की हड्डी के विभिन्न पाट्र्स की सरंचना बताई। साथ ही इंजेक्शन लगाने का तरीका बताया। वर्कशॉप में पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता में रेडियोलोजी से डॉ. कृतिका व डॉ. रिंकी को प्रथम व द्वितीय तथा एनेस्थेसिया से डॉ. अंकिता व डॉ. प्रतिभा को प्रथम व द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। पेपर प्रेजेंटेशन में डॉ. भूमिका को प्रथम और डॉ. कृतिका को द्वितीय पुरस्कार मिला। निर्णायक डॉ. कुशल गहलोत, डॉ. कपिल व्यास, डॉ. सुनील कास्ट, डॉ. सौरभ गोयल और डॉ. तपेंद्र तिवारी थे।
पेसिफिक हॉस्पिटल उमरड़ा के चेयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि संस्थान की शैक्षणिक कार्यक्रमों की शृंखला में यह वर्कशाप इसलिये महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें पेशेंट पर अत्याधुनिक तरीके से लाइव डिमॉन्सट्रेशन दिखाया गया जो कि उदयपुर में पहली बार हुआ है।