उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, (पीआईएमएस) हॉस्पिटल उमरड़ा के चिकित्सकों ने ह्रदय की दुर्लभतम सर्जरी से मरीज को जीवनदान दिया है। यह उदयपुर संभाग की प्रथम दुर्लभतम सर्जरी है।
पीआईएमएस के चेयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि भीलवाड़ा निवासी 60 वर्षीय मरीज को चार महीने पहले हार्ट अटैक आया था। छाती में दर्द, घबराहट और श्वांस फूलने के कारण वह अपने दैनिक कार्य नहीं कर पा रहा था। इस बीच मरीज ने कई चिकित्सालयों में अपना उपचार करवाया परन्तु उसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया। गत दिनों मरीज को पीआईएमएस हॉस्पिटल में लाया गया। यहां जांच में पता चला कि मरीज की दोनों धमनियों में रूकावट (ब्लॉकेज) थी। दिल के बीच की दीवार कटने से एक बड़ा छेद भी हो गया था। हार्ट अटैक की वजह से हार्ट पंपिंग भी खराब हो गई थी और दोनों वॉल्व में सीवियर लीकेज हो गया था। ह्रदय में इतनी जटिलताएं होने के बावजूद पीआईएमएस में एक ही बार में उसकी पूर्ण सर्जरी की गई। इसमें दोनों वॉल्व को रिपेयर करना, बायपास तथा हार्ट के बड़े चेम्बर को खोले बिना दिल के छेद को पूर्ण रूप से ठीक करना शामिल था। सर्जरी कार्डियक व वेस्कुलर सर्जरी विभाग के हेड डॉ. सुदीप चौधरी द्वारा गई। सर्जरी में डॉ. विपिन सिसोदिया व टीम का सहयोग रहा। डॉ. चौधरी के अनुसार यह एक दुर्लभतम ऑपरेशन था जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया। मरीज पूर्णतया स्वस्थ है और उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
पीआईएमएस में ह्रदय की दुर्लभतम सर्जरी
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