चिकित्सक मानवता और समाज की सेवा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे : वार सिंह
उदयपुर। साई तिरुपति विश्वविद्यालय, उमरड़ा का तृतीय दीक्षांत समारोह मेवाड़ बेनक्वेट हॉल में सम्पन्न हुआ। इसमें मेडिकल संकाय के करीब 150 एमबीबीएस तथा 70 एमडी/ एमएस छात्रों को डिग्री तथा सभी संकायों के कुल 11 छात्रों को सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडीएम सिटी वार सिंह थे। उन्होंने मेडिकल डिग्री पास करने पर सभी फैकल्टी के विद्यार्थियों, फैकल्टी मेंबर और गौरवान्वित अभिभावकों को आने वाले जीवन एवं नवीन शुरुआत के लिए बधाई दी। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि सभी मानवता और समाज की सेवा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे। मेडिकल क्षेत्र एक नेक कार्य है, चिकित्सकों को गॉड ऑफ द अर्थ कहा जाता है, इस प्रोफेशन की जिम्मेदारी को समझते हुए पूर्ण निष्ठा से कार्य करें। अपने मूल्यों और आदर्शों के साथ देश की सेवा करें।

समारोह के शुभारंभ की घोषणा तथा अध्यक्षता चेयरपर्सन आशीष अग्रवाल ने की। कुलपति प्रो. डॉ. प्रशांत नाहर ने स्वागत उद्बोधन देते हुए सन् 2016 में स्थापित साई तिरुपति विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेजों, उनमें पढ़ाए जा रहे मेडिकल, एलाइड मेडिकल तथा प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों, कैंपस मे उपलब्ध शैक्षणिक व अन्य आधारभूत सुविधाओं, रिसर्च प्रोग्राम, विगत 09 वर्षों की विकास यात्रा तथा दक्षिणी राजस्थान के अग्रणी पिम्स हॉस्पिटल की उपलब्धियों तथा अत्याधुनिक उपचार सेवाओं का लेखाजोखा प्रस्तुत किया।

सीईओ शीतल अग्रवाल ने सभी डिग्री तथा पदक प्राप्त करने वाले स्नातक तथा स्नातकोत्तर छात्रों को आशीर्वचन प्रदान किए तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए, शुभकामनाएं प्रेषित की। इस अवसर पर उन्होंने पिम्स एवं यूनिवर्सिटी की सफलता के लिए इसके सभी चिकित्सक, फैकल्टी मेम्बर्स तथा स्टाफ के योगदान की भी सराहना की।

एमडी नमन अग्रवाल ने भविष्य की योजनाओं के बारे मे प्रकाश डाला तथा सभी फैकल्टी व स्टाफ को एकजुटता के साथ साई तिरुपति यूनिवर्सिटी को देश का अग्रणी शैक्षणिक संस्थान बनाने हेतु प्रयास करने का आह्वान किया। पिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन प्रो. डॉ. सुरेश गोयल ने सभी मेडिकल स्नातक तथा स्नातकोत्तर छात्रों को डिग्री प्रदान करने के पश्चात हिप्पोक्रैटिक शपथ दिलाने की रस्म अदा की तथा जनहित हेतु सदैव तत्परता एवं एथिक्स के साथ मानवता की सेवा करने का प्रण दिलाया। रजिस्ट्रार डॉ. देवेन्द्र जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, मंचासीन पदाधिकारियों, बोम तथा ऐकडेमिक काउन्सल के सदस्यों, सभी संघटक कॉलेजों के डीन, फैकल्टी मेम्बर्स, स्टाफ, छात्रों, परिजनों तथा आयोजन समिति के सदस्यों को समारोह के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे सभी पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु स्थापित मापदंडों की अनुपालना किए जाने के संकल्प को दोहराया।

इस अवसर पर एमबीबीएस की परीक्षा में सर्वोत्तम अंक प्राप्त कर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्तकर्ता को प्रशस्ति पत्र एवं गोल्ड, सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया। एमबीबीएस 2019-20 बैच की परीक्षा में एमडी एनेस्थिसियोलॉजी की छात्रा डॉ. आकांक्षा यादव, स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान की छात्रा डॉ. सुरभि वर्मा, एमबीबीएस के छात्र हिमांशु तंवर, बीएससी नर्सिंग की छात्रा मोनिका जोशी, बी फार्मा की छात्रा मनीषा लौहार, बीपीटी की छात्रा आंचल अरोड़ा तथा एमबीए के छात्र यश राजोरा को गोल्ड मेडल प्रदान किये गए। इसी प्रकार एमबीबीएस की छात्रा आराधना जरवाल, बीएससी नर्सिंग की छात्रा पल्लवी रैना, बी फार्मा की छात्रा ज्योति सैन एवं बीपीटी की छात्रा अंकिता सतीश राव को सिल्वर मेडल प्रदान किये गए।
समारोह में विद्यार्थियों ने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि अगर विद्यार्थी स्वयं में अनुशासन रखे, उपस्थिति बराबर दे, लगन और मेहनत करे तो सफलता निश्चित ही मिलती है। उन्होंने खासतौर से आशीष अग्रवाल और शीतल अग्रवाल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इनका मार्गदर्शन और हौंसला अफजाई करने का तरीका अभूतपूर्व है। इनके सहयोग से ही आज हम सभी इस मुकाम तक पहुंच पाये हैं। सभी ने सांई तिरूपति विश्वविद्यालय का आभार ज्ञापित किया। संचालन काव्य भट्ट ने किया।