सैनी इंडिया ने की उद्योग में एक नई शुरुआत

उदयपुर। निर्माण उपकरण और हैवी मशीनरी के अग्रणी निर्माता सैनी इंडिया ने उद्योग में एक अनुकरणीय शुरुआत करते हुए एक नया उदाहरण स्थापित किया है। कंपनी ने अपने सहयोगियों को आसानी से कोविड-19 महामारी से पार पाने में मदद करने के लिए कई उपाय लागू किए हैं। सैनी इंडिया ने डीलर पार्टनर्स के लिए नकदी प्रवाह को बनाए रखने और बेहतर बनाने के लिए कई नई पहल लागू करके अपने सभी 35 डीलरों को चुनौतीपूर्ण दौर में मदद की। इसमें इस महामारी के दौरान निर्माण उपकरण और उसके स्पेयर पाट्र्स की आपूर्ति, ग्राहकों को विस्तारित वारंटी समर्थन और लगभग 1100 से अधिक कर्मचारियों के लिए वेतन सहायता के साथ भारत और दक्षिण एशिया में डीलर के भुगतान की भूमिका के लिए सभी प्राप्तियों पर ऋण अवधि का विस्तार शामिल था।
दीपक गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर, सैनी इंडिया एंड साउथ एशिया ने कहा कि सैनी इंडिया द्वारा समय पर वित्तीय समर्थन के परिणामस्वरूप उनके डीलरों पर तीन-आयामी प्रभाव पड़ा, वो अपने व्यवसाय को बनाए रखने में सक्षम हुए, अपनी श्रमशक्ति को साथ बनाए रखा और जब बाजार फिर से खुले तो वह पूरी ताकत से बाजार में वापसी करने में सक्षम थे। इस रणनीति ने सैनी इंडिया को लॉकडाउन हटाए जाने के बाद केवल 2 महीने (अगस्त और सितंबर 2020) के बहुत ही कम समय में 2019 की तुलना में बाजार हिस्सेदारी में लगातार बढ़त को दर्ज करने में मदद की है। यदि हम संख्याओं को देखें, तो सैनी इंडिया ने एक्सक्वेटर्स में 14.5 फीसदी (15 फीसदी वृद्धि), क्रॉलर क्रेन में 45 फीसदी (80 फीसदी वृद्धि), ट्रक क्रेन में 70 फीसदी (10 फीसदी वृद्धि), पाइलिंग रिग्स में 75 फीसदी (24 फीसदी वृद्धि) और मोटर ग्रेडर्स में 11 फीसदी (10 फीसदी वृद्धि) बाजार हिस्सेदारी हासिल की। सैनी इंडिया ने हमेशा माना है कि डीलर विकास के आधार स्तंभ हैं और इन प्रयासो ने ब्रांड में डीलर भागीदारों के विश्वास की फिर से पुष्टि की है। डीलरों को पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान करने के सैनी इंडिया के प्रयासों ने मुश्किल समय में, लाभ को अलग रखते हुए भागीदारों की मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। यहा यह उल्लेख करना उचित होगा कि जब दुनिया भर में अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी करने के लिए मजबूर थी, तब भी सैनी ने कर्मचारियों की पदोन्नति और वेतन वृद्धि की घोषणा करके अलग मिसाल कायम की। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति का श्रेय स्थानीयकरण और आरएंडडी प्रयासों पर दीर्घकालिक ध्यान केंद्रित करने को दिया जा सकता है, जो प्रत्येक उपकरण में शीर्ष श्रेणी की गुणवत्ता प्रदान करने के संकल्प के साथ जुड़ा हुआ है। लॉकडाउन के दौरान समय का उपयोग ग्राहकों और फाइनेंसरों के साथ संबंधों को मजबूत करने, कई प्रशिक्षण और विकास के लिए किया गया था ताकि यह कार्यबल के कौशल और नए उत्पादों के विकास पर तेजी से नजर रख सके और स्थानीयकरण की पहल हो सके।

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