उदयपुर : साहित्यिक आइकन, लिटोफेस्ट मुंबई की संस्थापक, सामाजिक कार्यकर्ता, जिन्होंने न्याय के लिए आवाज़ उठाई है, श्रीमती स्मिता पारिख को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए एपीजे अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रख्यात शिक्षाविद् सोनिया मेयर्स, एपीजेएमजे सलीम शेख की विरासत के साथ मिलकर हाउस ऑफ कलाम के बैनर तले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की 5वीं वर्षगांठ पर ग्रैंड फिनाले गत दिनों यशवंत राव चव्हाण ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया जिसमें उत्कृष्ट उपलब्धियों का जश्न मनाया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विशिष्ट अतिथि एडवोकेट आशीष शेलार, डॉ. अरशी अयूब ज़ावरी (यूएई), राजा भुसे (छत्रपति शिवाजी महाराज के पोते), और उद्योग राजे भोसले (सांसद) थे।
पुरस्कार के विजेता रमेश सिप्पी, हेमा मालिनी, तौफीक कुरैशी, उदित नारायण, समीर वानखेड़े, मनीष अवस्थी, कर्नल ललित राय और कई अन्य विशिष्ट व्यक्तित्व जिन्होंने अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया रहे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार मिसाइल मैन की विरासत और एक समृद्ध भारत के लिए उनकी दृष्टि का सम्मान करना है। यह पुरस्कार राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्ट योगदान को पहचानता है और आने वाली पीढ़ियों को उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करता है। पुरस्कार समारोह में भारतीय सेना ने राष्ट्रगान बजाकर इसे और भी विशेष बना दिया।
स्मिता पारिख डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत पुरस्कार से सम्मानित
