उदयपुर। गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने भीलवाड़ा निवासी 58 वर्षीय महिला रोगी के दुर्लभ ट्यूमर का सफल ऑपरेशन कर रोगी को नया जीवन प्रदान किया है। इस हाई रिस्क ऑपरेशन को कैंसर सर्जन डॉ. आशीष जखेटिया, डॉ. अजय यादव, एनेस्थिसियोलोजिस्ट डॉ . नवीन पाटीदार व न्यूरो सर्जन डॉ उदय भौमिक, डॉ गोविन्द मंगल व उनकी टीम द्वारा किया गया।
डॉ आशीष ने बताया कि 58 वर्षीय रोगी जब गीतांजली कैंसर सेंटर आयी तब रोगी की बाईं आँख कीड़े पड़ जाने से पूरी तरह से खऱाब हो चुकी थी और आँख की रोशनी भी चली गयी थी। रोगी की आँख में एडवांस्ड स्टेज का ट्यूमर बन चुका था जिस कारण रोगी का इलाज करने से कई हॉस्पिटल ने मना कर दिया। रोगी के गीतांजली कैंसर सेंटर आने के बाद आँख को साफ़ करके सारे कीड़े निकाले गए। इसके पश्चात् जांचे में सामने आया कि ट्यूमर रोगी की बाईं आँख में पूरी तरह फैल चुका था। बाईं आँख की मुख्य नाड़ी जिसे ऑप्टिक नर्व बोलते हैं उसके द्वारा ट्यूमर आँख से अन्दर प्रवेश करना शुरू हो गया था परन्तु मस्तिष्क तक नही पंहुचा था। इस तरह के ट्यूमर की मल्टीडिसिप्लिनेरी बोर्ड में मेडिकल, सर्जिकल एवं रेडिएशन के डॉक्टर्स की टीम में चर्चा की गयी व रोगी के लिए सभी डॉक्टर्स की सलाह से इस तरह के अक्रामक कैंसर के लिए रेडिकल सर्जरी की योजना बनाई गयी। चूँकि रोगी का ट्यूमर आँख के काफी अन्दर तक जा चुका था ऐसे में जब ट्यूमर को निकाला जाता है तो दूसरे आँख की रोशनी जाने का भी खतरा बना रहता है। ऐसे स्थिति में संयुक्त रूप से सर्जरी की योजना की गयी जिसमें कैंसर सर्जन व न्यूरो सर्जन की टीम ने मिलकर रोगी का एक ही समय में सर्जरी की। कैंसर सर्जन की टीम ने रोगी के आँख से ट्यूमर को पूर्णत: हटा दिया और न्यूरो सर्जन की टीम ने सिर और आँख के बीच हड्डी को काट कर मस्तिष्क के अन्दर आंखों की नसों को पहचान कर कैंसर ग्रस्त नस को ब्रेन से सुरक्षित अलग कर दिया गया।
डॉ. उदय भौमिक ने बताया कि रोगी की ऑप्टिकल नर्व को दो भागों में विभाजित कर दिया जिससे की रोगी की आँख को सफलतापूर्वक ट्यूमर से मुक्त किया गया। इसके पश्चात् रोगी की आँख जो कि एडवांस ट्यूमर के कारण काफी खऱाब हो गयी थी, उसमें से ट्यूमर को हटाकर उसके लिए कैंसर सर्जन की टीम ने आँख के खऱाब हिस्से की प्लास्टिक सर्जरी कर पुनर्निर्माण किया।
जीएमसीएच के सीईओ प्रतीम तम्बोली ने बताया कि इस तरह की दुर्लभ सर्जरी क्वॉटरनरी केयर सेंटर में संभव हो पाती है, गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल एक क्वॉटरनरी केयर सेंटर हैं जहां अलग- अलग विभागों के सम्पूर्ण डॉक्टर्स एक ही छत के नीचे विश्वस्तरीय एवं नवीनतम तकनीकों के साथ यहाँ आने वाले रोगियों का निरंतर इलाज कर रहे हैं। इस जटिल इलाज मुख्यमंत्री चीरंजीवी योजना में नि:शुल्क किया गया।
गीतांजली में दुर्लभ ट्यूमर का सफल ऑपरेशन
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