आचार्य महाप्रज्ञ का 14वाँ महाप्रयाण दिवस का मनाया
उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के दशमाधिशास्ता आचार्य महाप्रज्ञ का 14वाँ महाप्रयाण दिवस समारोहपूर्वक शासनश्री मुनि सुरेशकुमार के सान्निध्य में लेक गार्डन स्थित सभागार में आयोजित हुआ। नमस्कार महामंत्रोच्चारण से शुरू हुए समारोह को सम्बोधित करते हुए मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि महाप्रज्ञ व्यक्तित्व नहीं विचार है। महाप्रज्ञ का साहित्य सम्प्रदायों से परे चेतना में उर्जा का सम्प्रेषण करता है। छोटे से गाँव टमकोर में जन्म लेकर आचार्य महाप्रज्ञ ने देश और दुनिया को विश्व शांति के जो सूत्र प्रदान किये वे सदियों तक स्मरणीय रहेंगे। आचार्य महाप्रज्ञ का प्रेक्षा ध्यान जीवन विज्ञान, अहिंसा प्रशिक्षण के महान अवदान समूची सृष्टि में सद्भावना और शांति की स्थापना होगी। आचार्य महाप्रज्ञ के महाप्रयाण से समूची कायनात में एक ऐसी रिक्तता आई है जिसे कभी भरा नहीं जा सकता है। मुनि ने महाप्रज्ञ स्मृति में एक गीत प्रस्तुत कर विनयांजली अर्पित की।
मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ ने कहा कि सदियों तक धरती तपस्या करती है तब कहीं महाप्रज्ञ जैसे दीदावार पैदा होते हैं। उन्होंने छंद रूप काव्यांजली प्रस्तुत की। तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने आचार्य महाप्रज्ञ को शताब्दि पुरूष कहते हुए मंच का कुशल संचालन किया।
सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि समारोह में तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष अक्षय बड़ाला, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा पोरवाल, मंत्री दिपीका मारू, कैलाश बाबेल, श्रीमती रेखा जैन, श्रीमती अंजली जैन ने भावपूर्ण विचारों से महाप्रज्ञ को नमन अर्पित किया। तेरापंथ महिला मंडल की श्रीमती रुसीका पोखाल, डिम्पल जैन, मीनाक्षी जैन, नेहा चपलोत, अंकिता जैन ने सुमधुर गीत का संगान किया।
वर्षीतप तपस्वियों का अभिनंदन :
इस मौके श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा वर्षीतप साधना कर रहे युवा तपस्वी वैभव चौधरी, रेखा जैन, लक्ष्मी कोठारी, प्रियंका पोरवाल, इंदुबाला मादावाला का तेरापंथ सभा की ओर से साहित्य व ओपरणा देकर अभिनंदन किया गया।