उदयपुर। गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुआ। मीडिया प्रभारी हेमंत श्रीमाली ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे रामेश्वर सुखवाल, डॉ. राधेश्याम क्षोत्रिय एवं सत्यनारायण श्रंृगी द्वारा विभिन्न विषयों पर वातार्एं एवं 2026 तक गांव-गांव, घर-घर देवस्थापना कार्यक्रम हेतु कार्ययोजना प्रस्तुत की गई। उन्होंने कहा कि मनुष्यों में देवत्व के उदय के लिए दैवीय गुणों का विकास आवश्यक है। समाज में परिष्कृत व्यक्तित्व लाने के लिए संस्कार परंपरा का प्रचार-प्रसार भी जरूरी है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न तहसीलों से आए गायत्री परिजनों ने ‘आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी’ तथा माताजी की जन्म शताब्दी 2026 तक अर्जित किये जाने वाले लक्ष्यों की प्राप्ति की कार्ययोजना पर चर्चा की। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने गांव-गांव, घर-घर जाकर श्री गुुरदेव के कार्य को संपादित करने का संकल्प लिया। शांतिकुंज से पधारी टीम ने सभी टोलियों का सम्मान करते हुए उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में 2026 तक निरंतर कार्य में लगे रहने को प्रोत्साहित किया।