उदयपुर (डॉ. तुक्तक भानावत)। उदयपुर दोपहर दैनिक समाचारपत्र के द्वितीय वर्ष में प्रवेश होने पर 15 अक्टूबर 2022 को होटल द लीला पेलेस में विशिष्ट अवार्ड-22 समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय से साधनापूर्वक काम कर रहे मनीषियों लोककलाविद डॉ. महेंद्र भानावत, दुर्गाराम, राहुल अग्रवाल, भावना पालीवाल (राजसमंद), भुवनेश ओझा, अंकित अग्रवाल, आर.के. शर्मा, शिवदानसिंह जोलावास, प्रो. महेश शर्मा, डॉ. आयुष गुप्ता, मांगीलाल सुथार, डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’, प्रिया अग्रवाल, गजेंद्र जोशी, दामिनी सेवक, डॉ. अरविंदर सिंह, डॉ. राजेन्द्र कछावा, डॉ. निर्मल कुणावत, डॉ. अमित खंडेलवाल, मनीष सेठ, अनिल नाहर, राजकुमार सुराणा, कैलाश सोमानी, महावीर चपलोत, धीरज जोशी, डॉ. लाखन पोसवाल आदि को उदयपुर दोपहर के प्रकाशक एवं संपादक डॉ. आनंद गुप्ता, मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक जुल्फीकार काजी, कैंसर विशेषज्ञ डॉ. मनोज महाजन तथा उदयपुर दोपहर के वरिष्ठ संपादक राजेश कसेरा ने विशिष्ट अवार्ड-22 से विभूषित किया। इस अवसर पर राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया।
समारोह में डॉ आनंद गुप्ता ने शहर की चिंताओं और अपेक्षाओं को रेखांकित किया। उन्होंने साहित्य, पत्रकारिता, पर्यावरण, होटल आदि से जुड़े लोगों से शहर की चिंताओं के निवारण हेतु प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अखबार जन अपेक्षाओं का स्वर होता है और बदलाव का प्रभावी पक्ष, उदयपुर दोपहर इस दिशा में काम कर रहा है।
ताराचंद मीणा ने कहा कि जिस भावना से इस आयोजन में प्रतिभाओं को नवाजा गया वह भावना बनी रहे। उदयपुर की परंपराएं सदैव सकारात्मक और प्रशंसनीय रही हैं। पर्यटन ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचे, इसका प्रयास कोटड़ा के आदि महोत्सव के रूप में सोचा जा सकता है। उप महापौर पारस सिंघवी ने उदयपुर दोपहर के इस आयोजन को यादगार बताया। आयोजन में हरीश राजानी, मनोज बिसारथी, शिखा सक्सेना, डॉ. तुक्तक भानावत, डॉ. पंकज गौड़, विक्रमसिंह चौहान, अल्पेश लोढ़ा, गिरीश शर्मा, कपिल श्रीमाली, पृथ्वीराज सिंह चौहान, मनु राव, हितेश जोशी सहित व्यवसाय, होटल, चिकित्सा, मीडिया आदि से जुड़े लोग मौजूद थे। धन्यवाद देते उदयपुर दोपहर के वरिष्ठ संपादक राजेश कसेरा ने शहर को सुंदरतम बनाने के लिए सबसे सहयोग की अपील की। संचालन पत्रकार शकुंतला सरुपरिया ने किया।