उदयपुर। यूएसए की राजधानी वाशिंगटन डीसी में निवास करने वाली शहर की बेटी और ग्राफिक डिजाइनर रचना लड्ढा दमानी ने शहर के समीपस्थ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वरड़ा का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए ग्राफिक डिजाइनिंग में कॅरियर बनाने का आह्वान किया। शिक्षा, कला और संस्कृति संरक्षण को समर्पित कश्ती फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित इस विशेष संवाद सत्र की अध्यक्षता फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने की।
रचना दमानी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में भी कला कौशल छिपा हुआ है, बस उन्हें इस तरह से विभिन्न ख्यातनाम कलाकारों के साथ संवाद के माध्यम से प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कश्ती फाउंडेशन के तत्वावधान में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित हो रही विभिन्न सृजनात्मक गतिविधियों की भी सराहना की और इसे बच्चों के कॅरियर निर्माण का अनोखा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि भले ही वे अमेरिका में रहती हो परंतु उन्हें अपनी मातृभूमि भारत से असीम प्यार है। श्रद्धा मुर्डिया ने इस जनजाति अंचल में विद्यार्थियों को शिक्षा की दृष्टि से निजी स्कूलों जैसी सुविधाओं के साथ-साथ उचित वातावरण उपलब्ध कराया जाए इस दिशा में फाउंडेशन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और इस प्रकार के संवाद सत्र आगामी दिनों में भी अधिकाधिक सरकारी विद्यालयों में कराए जाएंगे।
इस मौके पर विद्यार्थियों ने अतिथियों को अपने द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों को भेंट किया और आगामी दिनों में भी उनके आगमन का आह्वान किया। आरंभ में विद्यालय की उप प्रधानाचार्य इंद्रा शर्मा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए विद्यालय की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। शर्मा और विद्यालय के सृजनधर्मी शिक्षक व शिल्पकार हेमंत जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विद्यालय का अवलोकन कराया। इस मौके पर वास्तुकार व स्केच आर्टिस्ट सुनील लड्ढा व विद्यालय के शिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन उप प्रधानाचार्य इंद्रा शर्मा ने किया।
विद्यार्थियों से संवाद, अवलोकन भी :
इस मौके पर ग्राफिक डिज़ाइनर दमानी ने विद्यार्थियों से खुलकर संवाद किया और उनकी विद्यालयी गतिविधियों, अध्ययन, गांव की परिस्थितियां, खेलकूद व कला गतिविधियों की स्थितियों, पारिवारिक जिम्मेदारियां और उनके कॅरियर तथा सपनों के बारे में प्रश्न पूछे। विद्यार्थियों ने भी खुलकर इस संवाद सत्र में हिस्सा लिया और अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। इस दौरान दमानी ने विद्यालय का अवलोकन करते हुए यहां पर स्थापित प्रस्तर शिल्प कृतियां, अत्याधुनिक कंटेनर लाइब्रेरी और हेरिटेज लुक वाले कक्षा कक्षों को बच्चों के अध्ययन अध्यापन की दृष्टि से उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय का वातावरण पूर्णतया बच्चों के अध्ययन के लिए प्रभावशाली है।