उदयपुर : श्री अयोध्याजी से पहुंचे पूजित अक्षत कलश की यात्रा को लेकर सभी जगह आस्था एवम् श्रद्धा के रंग देखे जा रहे हे। इसी कड़ी में यह कलश मंगलवार को शहर से सटे बेदला खुर्द गांव में पहुंचा। जहा भारी संख्या में रामभक्तो और महिलाओ ने इसका जगह जगह भव्य स्वागत किया। सुखदेवी माताजी के मंदिर में पूजन के बाद इस अक्षत कलश की यात्रा गांव में निकाली गई । आयोजन के तहत कलश को एक सजी हुई पालकी में बिराजित किया। कलश के साथ ठाकुरजी के बाल स्वरूप को भी पालकी में विराजित किया गया। इसके पश्चात रामभक्तो ने कलश बिराजित पालकी को अपने कंधो पर उठाकर पूरे गांव का भ्रमण करवाया।
बस्ती प्रमुख का दायित्व निभा रहे जितेंद्र श्रीमाली ने बताया कि कलश यात्रा को आकर्षक बनाने के लिए कई प्रकल्प को इसमें शामिल किया गया । इस दौरान हाथो में भगवा ध्वज लेकर युवा डीजे पर श्रीराम से जुड़े भक्ति गीतों पर थिरकते नजर आए। इस यात्रा को भव्य एवम् ऐतिहासिक बनाने के लिए महिला पुरुष पारंपरिक परिधानों में पहुंचे। गांव के लोग भी इस कलश यात्रा का पलक पांवड़े बिछाकर इंतजार करते दिखे और जैसे ही कलश गांव की गलियों में ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचा तो लोगो की बांछे खिल उठी। लोगो ने अपने अपने घरों के बाहर से निकली कलश यात्रा का पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत किया। अक्षत कलश यात्रा को पूरे गांव के लोगो का उत्साह देखते ही बन रहा था। इस दौरान दर्जनों जगहों पर गांव की महिलाओं ने कलश का पूजन कर पुष्वर्षा से स्वागत किया। इस दौरान महिलाओ ने कलश की आरती उतारकर प्रभु श्रीराम का आभार व्यक्त किया। कलश यात्रा के पूरे समय श्रीराम के जयकारों से क्षेत्र गुंज्यमान रहा। बडगांव उपप्रधान प्रतापसिंह राठौड़ ने बताया कि इस स्वर्णिम सुयोग के अवसर पर राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा बने कारसेवकों को सम्मान भी किया गया। कलश यात्रा में शामिल रामकृष्ण नगर के कार्यवाह पुष्कर जी जोशी,सह कार्यवाह सत्यप्रकाश जी,विजय सिंह चौहान,बेदला खुर्द उप सरपंच निमित डांगी,सुरेश मेनारिया,रोहित पाठक,हेमराज डांगी, युधिष्ठिर तंवर,प्रवीण पानेरी संजय सनाढ्य,एकलिंग डांगी ने कार्यसेवको का उपरना और श्रीफल भेट कर स्वागत किया । सम्मानित कारसेवकों में दलीचंद डांगी, तुलसीराम डांगी, केशुलाल डांगी मौजूद रहे । कारसेवकों ने रामजन्म भूमि आंदोलन के अनुभवों को सबके बीच रखा तो गांव के सभी लोग भाव विभोर हो उठे । गांव के भ्रमण के दौरान भक्ति रस में सारोबार रामभक्त नाचते झूमते हनुमान घाटी पहुंचे । इसके बाद मंदिर में भव्य महाआरती कर कार्यक्रम का समापन किया गया ।