हर्निया पर राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में 150 से अधिक सर्जन्स ने साझा किए अनुभव

उदयपुर। हर्निया रोग पर पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ‘ए स्टेप अहेड इन हर्निया सर्जरी’ विषयक नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन शनिवार को हुआ। शांतिराज हॉस्पिटल एवं एडब्ल्यूआर सर्जनस की ओर से आयोजित कॉन्फ्रेंस में देशभर के 150 से अधिक सर्जन्स ने अपने अनुभवों को साझा किया। उद्घाटन आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर, आईएमए उदयपुर प्रेसीडेंट डॉ. आनंद गुप्ता, सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. अशोक जैन, पीएमसीएच वाइस चांसलर डॉ. एम.एम. मंगल, लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. सपन अशोक जैन, फेसिलिटी डायरेक्टर पारस डॉ. एबल जॉर्ज ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कॉन्फ्रेंस का पहला सत्र ‘हर्निया टू एडब्ल्यूआर’ पर हुआ जिसके मुख्य वक्ता डॉ. बी रमन्न थे। दूसरा सत्र ‘इमेजिन फॉर वेंटरल हर्निया’ पर हुआ जिसके मुख्य वक्ता डॉ. कपिल अग्रवाल थे। तीसरा सत्र ‘कॉन्सेप्ट ऑफ कोम्पोनेंट सेपरेशन’ पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता डॉ. गणेश शिनोय के थे। चौथा सत्र ‘कॉम्प्लेक्स हर्निया विथ लोस ऑफ डोमिन’ पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉ. जिग्नेश गांधी थे। पांचवां सत्र ईटीप कॉन्सेंप्ट एंड एक्सेस टू ईटेप स्पेस पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉ. जिग्नेश गांधी थे। छठां सत्र ‘बायोसिंथेटिक मेश ! इज इट वर्थ इट्स मनी’ पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता डॉ. अनुपम गोल थे। सातवां सत्र ‘प्रोपेरेटिवे एडजंक्टस बोटॉक्स, पीपीपी’ पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता डॉ. अरविंद गनगोरिया थे। आठवां सत्र ‘अम्बिलिकल हर्निया’ पर हुआ। इसके मुख्य वक्ता डॉ. सी. पी. सिंह थे। नवां सत्र ‘टिश्यू  ट्रैक्शन प्रोसीजर’ पर हुआ जिसके मुख्य वक्ता डॉ. जिग्नेश गांधी थे। कांफे्रंस के अंत में डॉ. सपन अशोक जैन एवं टीम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पूर्व रजिस्टे्रशन के बाद मास्टर विडियोज, मॉडरेटर, पैनलिस्ट तथा पीजी पोस्टर की प्रस्तुति हुई जिसके निर्णायक डॉ. मुक्ता एस., डॉ. निलेश एम. तथा डॉ. कुमावत थे। कांफे्रंस में असिराज, उदयपुर सर्जिकल सोसायटी एवं पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) का विशेष सहयोग रहा।

Related posts:

नारायण सेवा में 501 दिव्यांग कन्याओं का पूजन

HDFC Bank To Set Up Medical Infrastructure For Covid-19 Relief

राजस्थान से नई पक्षी प्रजाति व्हाइट-ब्रोड बुलबुल की हुई खोज

हिन्दुस्तान ज़िंक ने अब तक देश के ख़ज़ाने में 1.7 लाख करोड़ का योगदान दिया : अनिल अग्रवाल

जिंक के ‘जीवन तरंग जिंक के संग‘ कार्यक्रम से अब तक 800 से अधिक लाभान्वित

भारत की विविधता में एकता का साक्षी बना ‘आदि महोत्सव 2022 कोटड़ा’

भारत सरकार की उडानयोजना पर इज माय ट्रीप के ऑफर से और सस्ता होगा सफर

आईआईएम उदयपुर के सालाना जलसे ऑडेसिटी-2020 में शाहीन-ताहिरा बनी 'शेफ-ए-उदयपुर '

हिंदुस्तान जिंक के सखी कार्यक्रम उठोरी अभियान में 90 हजार से अधिक को किया जागरूक

जिला जिम्नास्टिक संघ की सब जूनियर प्रतियोगिता सम्पन्न

Fabindia Welcomes Spring with 'The Big Spring'

बालाजी आश्रम में गौ सेवा