उदयपुर के प्रतिभाशाली छात्र लक्ष्‍यराज कालरा ने तैयार की करोना पर विशेष ई-बुक

देश के कर्मवीरों और प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित

उदयपुर। कोविड-19 से जूझ रही दुनिया इस समय लॉकडाउन में है। सबकी यही चिंताएं हैं कि कोरोना वायरस से कब छुटकारा मिलेगा? आने वाले दिनों या वर्षों में और क्या-क्या होगा? या देखने को मिलेगा? भविष्य के ऐसे ही कई सवालों को समेटने का काम ई-बुक में किया है उदयपुर के प्रतिभाशाली छात्र लक्ष्यराज कालरा ने। एमएमपीएस दसवीं कक्षा के इस युवा विद्यार्थी ने कोविड-19 के प्रकोप से लेकर आज तक के बिगड़े और संभले हालात को लेकर गहराई से काम किया है। शहर के शक्ति नगर निवासी लक्ष्य ने बताया, मैंने अपनी ई-बुक में कोरोना वायरस के इतिहास, उसके प्रकार, नए वायरस नोवेल, कोविड-19 सुरक्षा, इम्यूनिटी, विभिन्न देशों में स्थिति, सरकारों के किए प्रयासों, लॉकडाउन, क्वारेंटाइन, कर्फ्यू जैसे सभी विषयों को संकलित करने का काम किया है। भविष्य में जब कोरोना का नाम गुमनामी के अंधेरे में होगा या तब लोग इसको भुला चुके होंगे, उस स्थिति में मेरी डिजिटल निर्देशिका कोविड-19 के अतीत से पर्दा उठाने का काम करेगी। इर्-बुक में मैंने सभी विश्वनीय न्यूज़ पोर्टल्स और समाचार पत्रों के संदर्भ लिए हैं, जिससे कि किसी तरह के कोई सवाल खड़े नहीं हों। ई-बुक को लक्ष्य ने देश के कर्मवीरों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समर्पित किया है। ई-बुक में शहर के प्रबुद्धजनों डॉ. अरविंदर सिंह, शैलेन्द्र सोमानी, डॉ. मनीषा वाजपेयी जैसे विशेषज्ञों ने भी मार्गदर्शन किया है।

पल-पल अपडेट मिलेगी ई-बुक पर
लक्ष्य के पिता और आईटी गुरुकुल के हेड संतोष कालरा ने बताया कि ऐसा नहीं कि ई-लॉचिंग के बाद इस बुक का काम पूरा हो जाएगा। आने वाले दिनों में भी कोविड-19 को लेकर जो कुछ अपडेशन देश-दुनिया में आएगा, उसकी समग्र जानकारी यहां पर ताजा तथ्यों के साथ मिलती रहेगी। सूचना-तकनीक के सभी पहलुओं का समावेश इसमें किया गया है। महामारी कानून की महत्वपूर्ण धाराओं के साथ सामान्य सवालों और भ्रांतियों का निराकरण भी किया है।

सेवा कार्यों को भी जोड़ा
ई-बुक की कॉ-ऑथर और लक्ष्य की मम्मी नीलम ने बताया, ई-बुक में उन सभी कर्मवीरों के प्रयासों को भी सराहा गया है जो कोरोना से जंग में हमारे मददगार बने हैं। विभिन्न डॉक्टर्स, एडमिनिस्ट्रेशन और सामाजिक संस्थाओं के किए जा रहे सेवा कार्यों को शामिल किया गया है। डब्ल्यूएचओ और सभी सरकारों की कोशिशों को प्रमुखता से रखा गया है।कोरोना से संक्रमित हुई हस्तियों राष्ट्राध्यक्ष, वैज्ञानिक, खिलाड़ी, अभिनेता इत्यादि के अनुभवों को जोड़ा गया है।

Related posts:

विधायिका के प्रति बढ़ी कार्यपालिका की जवाबदेही : वासुदेव देवनानी

संगमानंद को मोहन आलोक साहित्य सम्मान

पैसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज उदयपुर में नई उन्नत न्यूरोबायोफीडबैक थेरेपी का उद्घाटन

हिंदुस्तान जिंक 5वें टीआईओएल टैक्सेशन पुरस्कार 2024 में उत्कृष्ट कर पारदर्शिता के लिए सम्मानित

Vedanta’s 3D Strategy to Double Company Size through Demerger, Diversification & Deleveraging

झीलों की नगरी की झरना पार करेगी इंग्लिश चैनल

महावीरम् अपार्टमेंट में भक्ति, कला और संस्कृति से सराबोर गरबा उत्सव का भव्य समापन

दर्शन डेंटल कॉलेज में एनएएम थैरेपी की सफलता से ओष्ठ एवं तालु विदर से पीड़ित बच्चों में आशा की किरण

L&T Finance Ltd. launches Digital Sakhi project in Udaipur, Rajsamand, and Chittorgarh in Rajast...

मेटल उत्पादन के साथ साथ हिन्दुस्तान जिंक खेलों को बढ़ावा देने में भी अग्रणी

एनएसएस के जयपुर शिविर से 400 दिव्यांग लाभान्वित

"पिता अनुभवों की दौलत" कार्यक्रम का आयोजन