शुद्ध आहार के लिए कटिबद्ध सरकार, मिलावट पर हो रहा कड़ा वार

मुख्यमंत्री की पहल पर शुरू हुआ शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान
उदयपुर में जनवरी से अब तक 218 नमूनों की जांच, 11.40 लाख का जुर्माना
उदयपुर।
हर व्यक्ति को शुद्ध आहार उपलब्ध कराने और मिलावटखोरों पर कड़ी नकेल कसने के संकल्प को लेकर राज्य सरकार की ओर से प्रारंभ किया गया शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान कारगर सिद्ध हो रहा है। उदयपुर सहित प्रदेश भर में अभियान के तहत हजारों खाद्य वस्तुओं के नमूनों की जांच की गई तथा अमानक पाए जाने पर संबंधित व्यापारियों और मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसके परिणाम स्वरूप आमजन को खाद्य वस्तुओं में मिलावटखोरी से निजात मिलने लगी है।
शुद्ध आहार पर सभी का अधिकार है। खाद्य सामग्री में मिलावट करना समूची मानवता के विरूद्ध अपराध है। हाल ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी खाद्य सामग्री में मिलावट पर चिन्ता व्यक्त करते हुए सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की है। दूसरी ओर राजस्थान सरकार इस दिशा में पहले ही गंभीर है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की कमान संभालते ही मिलावटखोरों पर अंकुश लगाने और आमजन को शुद्ध आहार उपलब्ध कराने का संकल्प व्यक्त किया। उसी संकल्प को शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के रूप में मूर्त रूप दिया जा रहा है।
उदयपुर में ताबड़तोड़ कार्रवाईयां :
शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान के तहत पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर कार्रवाईयां हो रही हैं। उदयपुर जिले में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अभियान को पूरी गंभीरता से लेते हुए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। जिले में 1 जनवरी से 30 जून 2024 तक खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने 288 खाद्य सामग्री उत्पाद, प्रसंस्करण और विक्रय स्थलों यथा किराणा दुकानों, होटल-रेस्टोरेंट्स, डेयरी आदि का सघन निरीक्षण किया। टीम ने खाद्य सामग्रियों के अब तक 218 नमूने लिए हैं। इनमें से 39 नमूने सब स्टैंण्डर्ड और 2 नमूने अनसेफ पाए गए। विभाग ने अब तक 28 मामलों में संबंधितों के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण दाखिल किए, जिनमें से 17 का निस्तारण करते हुए 11.40 लाख रूपए जुर्माना भी लगाया गया है।
मिलावटखोरों में मची हड़कम्प :
अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में टीमें सतत निरीक्षण कर रही हैं। इससे मिलावटखोरों में हड़कम्प सी मची हुई हैं। वहीं खाद्य सामग्री विक्रेता भी मानक सामग्री विक्रय को लेकर अधिक सावचेत हुए हैं। परिणामस्वरूप आमजन को शुद्ध आहार उपलब्ध हो रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर बामणिया तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक गुप्ता ने बताया कि उदयपुर जिले में लक्ष्य से अधिक निरीक्षण एवं सेम्पल कलेक्शन किया जा रहा है। जिले में जनवरी से जून माह तक 180 सेम्पल कनेक्शन का लक्ष्य रहा, इसके विपरित 218 नमूने लिए गए हैं। अभियान लगातार जारी रहेगा। खाद्य सुरक्षा टीमें सतत निरीक्षण करते हुए नमूने लेंगी और मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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