उदयपुर। मां मनोहरदेवी “जीजी” की 51वीं पुण्यतिथि पर 2 सितम्बर दोपहर दो बजे कवि, लेखक, संगीतज्ञ एवं राजस्थानी भाषा के अनुवादक पुष्कर ‘गुप्तेश्वर’ रचित “श्रीरामचरित मानस : राजस्थानी काव्य अनुवाद” व “रागरसरंग कुंडलिया” (शास्त्रीय संगीत के रागों के काव्यसूत्र की अनुपम पुस्तक) का लोकार्पण श्रीनादब्रह्म संस्थान एवं सहज प्रकाशन द्वारा मोहता पार्क स्थित सूचना केंद्र सभागार में साहित्य तथा संगीत के सुधिजनों की उपस्थिति में किया जाएगा।
श्रीनादब्रह्म संस्थान के महासचिव अमित राव ने बताया कि लोकार्पण समारोह वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देव कोठारी (राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व अध्यक्ष) व संगीतकार डॉ. प्रेम भंडारी (मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व संगीत विभागाध्यक्ष) के मुख्य आतिथ्य में होगा। संस्थान के उपाध्यक्ष मनोज दाधीच ने बताया कि विशिष्ट अतिथि विजयेंद्रसिंह सारंगदेवोत लक्ष्मणपुरा (पूर्व चेयरमैन सेंट्रल बैंक उदयपुर-राजसमंद) और वरिष्ठ साहित्यकार पुरुषोत्तम ‘पल्लव’, डॉ. जयप्रकाश पंड्या ‘ज्योतिपुंज’ एवं डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ होंगे। संचालन डॉ. ‘प्रमिला शरद’ एवं कपिल पालीवाल करेंगे।