उदयपुर। एचडीएफसी बैंक एवं इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (माइटी) के तहत स्पेशल पर्पज़ वैहिकल (सीएससी एसपीवी) – सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेस इंडिया लि. ने संयुक्त रूप से देश में सीएससी-एचडीएफसी बैंक के बिजऩेस कॉरेस्पॉन्डैंट्स के लिए ईएमआई कलेक्शन सर्विसेस की घोषणा की। इसके द्वारा ग्राहकों को भुगतान करना आसान हो जाएगा और वो अपने नजदीकी सीएससी पर जाकर बकाया राशि जमा कर सकेंगे। सीएससी-एचडीएफसी बैंक कॉरेस्पॉन्डैंट या विलेज़ लेवल एंटरप्रेन्योर (वीएलई) लोन खाते का मिलान ग्राहक के रजिस्टर्ड फोन नंबर सेकर सिस्टम पर देय राशि को जाँच सकेंगे। इसके बाद वीएलई एकत्रित की कई राशि की रसीद प्रदान करेगा और निर्धारित प्रपत्र में राशि बैंक में जमा करेगा।
यह घोषणा डॉक्टर दिनेश कुमार त्यागी, एमडी, सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेस इंडिया लि., दिनेश लूथरा, नेशनल हेड, सीएससी चैनल, एचडीएफसी बैंक एवं देबज्योति दत्ता, हेड-कलेक्शन प्रोसेस (रिटेल पोर्टफोलियो मैनेजमेंट) द्वारा एचडीएफसी बैंक में की गई।
डॉक्टर दिनेश त्यागी ने कहा कि हमें एचडीएफसी बैंक के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करने की खुशी है। हमारा मानना है कि सीएससी एवं एचडीएफसी बैंक मिलकर ग्रामीण भारत में फाईनेंशल सेवाओं की डिलीवरी में परिवर्तन ला सकते हैं। सीएससी द्वारा ईएमआई कलेक्शन की सुविधा शुरू हो जाने के बाद ग्राहकों को बैंक शाखा जाने की जरूरत नहीं रहेगी और वो ईएमआई अपने नजदीकी सीएससी पर जमा कर अपना समय बचा सकेंगे। इससे देश में ग्रामीण और दूर दराज के इलाकों में स्थित नागरिकों के लिए वित्तीय सेवाओं का विस्तार होगा।
दिनेश लूथरा ने कहा कि इस अभियान के लिए हमें सीएससी के साथ साझेदारी करने की खुशी है। यह हमारे द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यक्रमों के साथ चलेगा, जिनके तहत हम सामाजिक पिरामिड में नीचे स्थित लोगों के बीच वित्तीय साक्षरता, वित्तीय समावेशन और आय निर्माण के कौशल को बढ़ावा दे रहे हैं। इस अभियान के तहत, सीएससी एवं एचडीएफसी बैंक ग्राहकों द्वारा लिए गए लोन की बकाया राशि/नियमित ईएमआई एकत्रित करने के लिए बिजऩेस कॉरेस्पॉन्डैंट द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का उपयोग करेंगे। बिजऩेस कॉरेस्पॉन्डैंट ऑटो लोन, टू-व्हीलर लोन, पर्सनल लोन, बिजऩेस लोन एवं सस्टेनेबल लिवलीहुड अभियान जैसे क्षेत्रों में एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों के लिए डिपॉजि़ट प्वाईंट का काम करेंगे।
सीएससी के साथ एचडीएफसी बैंक की साझेदारी 1 लाख से ज्यादा वीएलई के बैंक के नेटवर्क द्वारा बैंकिंग एवं फाईनेंशल सेवाओं को दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के दरवाजे पर ले जाएगी। इन वीएलई को एचडीएफसी बैंक के शाखा वितरण नेटवर्क द्वारा सहयोग किया जाएगा, जो 30 राज्यों में मौजूद है। यह व्यवस्था ग्रामीण भारत में लाखों लोगों तक औपचारिक बैंकिंग की पहुंच सुनिश्चित करेगी।