हिन्दुस्तान जिंक की चेयरमैन किरण अग्रवाल ने वर्चुअल माध्यम से किया संबोधित
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक महिलाओं की प्र्रगति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें साथ लेकर विविध और समान अवसर प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, कंपनी द्वारा महिला कर्मचारियों, उनके रिश्तेदारों, महिला अनुबंधकर्मियों के साथ-साथ जिंक की सीएसआर परियोजना से जुडी स्थानीय सखी महिलाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किये गये।
इसके तहत् हिंदुस्तान जिंक की चेयरमैन श्रीमती किरण अग्रवाल वर्चुअल माध्यम से लाईव सत्र में सखी महिलाओं से रूबरू हुई। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण न केवल परिवारों बल्कि समुदायों का समग्र विकास सुनिश्चित करने की कुंजी है। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सखियों द्वारा दिये गये अपार योगदान और कड़ी मेहनत के लिए उन्होंने सभी को बधाई दी। उन्होंने सभी महिलाओं की प्रेरणादायक मेहनत से सखी कार्यक्रम की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए प्रसन्नता व्यक्त की।
सत्र के दौरान, स्वयं सहायता समूह की सखी सदस्यों ने जिंक की उपलब्धियों और विचारों द्वारा सखी कार्यक्रम के माध्यम से सशक्तिकरण अपने अनुभवांे को साझा कर उनके उन्नयन मंे कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया। श्रीमती अग्रवाल ने उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें अपने समाज और खुद को उसी जुनून और जोश के साथ विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी तभी देश आत्मनिर्भर होगा। महिलाओं को सशक्त बनाने से न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है बल्कि पूरे देश की प्रगति और समृद्धि में वृद्धि होती है। जिंक में हम हमेशा महिलाओं को रोजगार अवसर प्रदान करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं। महिलाएं पुरूषों को इस बात के लिए शिक्षित करें कि वे महिलाओं को बराबरी का दर्जा दे और बडे सामाजिक बदलाव की महत्वपूर्ण कड़ी बने। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सभी महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कंपनी की सफलता में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
इसके साथ ही कंपनी की परिचालन इकाइयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। हिंदुस्तान जिंक की सभी महिला कर्मचारियों के लिए सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर हेमंत पारीक द्वारा महिला कल्याण पर जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। महिला नेतृत्व के जीवन आधारित फिल्म का प्रदर्शन, चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर द्वारा महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन के साथ ही कायड, आगुचा और पंतनगर में सखी उत्सव आयोजित किए गए।
उल्लेखनीय है कि जिंक अपने परिचालन क्षेत्र के आसपास के गांवो के सर्वागिण विकास के लिए विगत एक दशक से अधिक समय से ग्रामीण विकास हेतु विभिन्न परियोजनाएं संचालित कर रहा है। ग्रामीण विकास को और गति प्रदान करने एवं आसपास की ग्रामीण महिलाओ को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सखी परियोजना संचालित की जा रही है। ग्रामीण समाज में निर्णय लेने की प्रकिया में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने और उन्हें स्थायी आजीविका से जोडने के लिए सखी स्वयं सहायता समूह गठित किये गये। ग्रामीण महिलाओं ने अपने प्रमुख मुद्दो के समाधान के लिए गांव और पंचायत में सम्मिलित हो कर अलग पहचान बनायी है। वर्षांे के सतत् प्रयास से आज सखी फेडरेशन से 27000 से अधिक ग्रामीण सखियां लाभान्वित हो रही है। 2 हजार से अधिक सखियां व्यापार, कृषि और पशुपालन के रूप में अपनी उद्यमिता का सफल प्रदर्शन कर रही है एवं संपूर्ण अर्थव्यवस्था को डिजिटेल टेब से संचालित कर रही है।