राज्यपाल द्वारा एमपीयूएटी के चयनित गाँव का अवलोकन
उदयपुर : महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा राज्यपाल के स्मार्ट विलेज इनिशिएटिव अन्तर्गत गोद लिये गये मदार में कृषि प्रदर्शनी एवं किसान संगोष्ठी का आयोजन राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र के मुख्य आथित्य में किया गया। राज्यपाल ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार में स्थापित सौर ऊर्जा वृक्ष का अवलोकन किया साथ ही उन्होनें इसी प्रकार के और सौर ऊर्जा वृक्ष स्थापित करने का सुझाव दिया। तत्पश्चात् विश्वविद्यालय द्वारा आयोजत कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होनें वहां स्थापित रोबोट से एमपीयूएटी की नवीन तकनीकीयों की जानकारी प्राप्त की। उन्होनें प्रदर्शनी में प्रदर्शित विभिन्न तकनीकों – खाद्य प्रसंस्करण, जैविक खेती, उद्यानिकी, मशरूम, पोषक उत्पाद, छात्रों द्वारा बनाये गये विभिन्न व्यंजन एवं खाद्य पदार्थों में विशेष रूचि दिखाई। ग्रामीणों ने अपने द्वारा उत्पादित पपीता, सीताफल एवं उनके बनाये तीर-कमान भी माननीय राज्यपाल महोदय को भेंट किये।
राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा गांव मंे किये गये कार्यों का मॉडल राज्य पोषित 28 विश्वविद्यालयों में सर्वश्रेष्ठ है। इसके लिए कुलपति प्रो. राठौड़ और विश्वविद्यालय टीम को बधाई। सभी की सहभागिता से यह देश का उत्कृष्ट गांव बने। उन्होनें ग्राम विकास के सम्बन्ध में कुछ सुझाव भी दियेः-
- जल संरक्षण के लिए सभी ग्रामवासी मिलकर प्रयास करें।
- यहां पर कृषि वानिकी को बढ़ावा देकर बहुत कुछ महत्वपूर्ण किया जा सकता है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर छोटी-छोटी नर्सरियाँ स्थापित हों जिनमें फलदार व अन्य किस्मों के पौधे तैयार किये जाएं।
- इस क्षेत्र में कृषि पर्यटन पर प्रशिक्षण का कार्य भी प्रारम्भ किया जाना चाहिये।
- उन्होनें कृषक उत्पादक संगठनों बनाकर गाँव में स्वरोजगार को बढ़ावा देने की बात कहीं।
- विश्वविद्यालय सामुदायिक व व्यावहारिक विज्ञान के जरिये खाद्य पोषण विकसित प्रौद्योगिकियाँ के जरिए ग्रामीणजनों को लाभान्वित करें।
- ग्रामीण स्वच्छता के साथ स्वास्थ्य जागरूकता पर भी सभी मिलकर प्रयास करें।
इस अवसर पर चयनित कृषकों को विभिन्न कृषि आदान – सोलर कुकर एवं लाईट, प्रो-ट्रे, व्हील-हो, पौध, प्रतापधन मुर्गी के चूजे इत्यादि प्रदान किये।
गोगुन्दा विधाय, प्रतापलाल भील ने अपने क्षेत्र के कृषि विकास की बात कही और विद्यालय के खेल प्रांगण की चार दीवारी हेतु विधायक मद से 10 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। आई.आई.एफ.एल. की श्रीमती मुध जैन ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को टेबलेट एवं कम्प्यूटर भेंट किये और विद्यालय के सभागार के लिये रू. 40 लाख की स्वीकृती दी है जिसका शिलान्यास राज्यपाल के कर कमलों द्वारा किया गया।
प्रारम्भ में मप्रकृप्रौविवि, उदयपुर के कुलपति डॉ. नरेन्द्रसिंह राठौड़ ने स्मार्ट विलेज के विकास में जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय की सभी इकाईयों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होनें राज्यपाल एवं राजभवन के अधिकारियों द्वारा चयनित गाँव – मदार में पधारने एवं आवश्यक सुझाव देने के लिये हार्दिक आभार व्यक्त किया।
निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर डॉ. आर.ए. कौशिक ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए स्मार्ट विलेज में किये जा रहे कार्याें का वर्णन किया। संचालन डॉ. दीपक शर्मा एवं डॉ. गायत्री तिवारी ने किया। इस अवसर पर सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की छात्राओं ने आकर्षक लोकनृत्य भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में 700 से अधिक कृषक एवं कृषक महिलाऐं, जिला प्रशासन के अधिकारीगण, विशिष्ट अतिथि दुर्गसिंह चौहान, सरपंच श्रीमती लक्ष्मी देवी, जन प्रतिनिधि, विश्वविद्यालय के प्रबन्ध मण्डल के सदस्य, उच्च अधिकारीगण, विŸा नियंत्रक व कार्यवाहक कुलसचिव श्रीमती मंजुबाला जैन, स्मार्ट विलेज समन्वयक डॉ. इन्द्रजीत माथुर, नोडल ऑफिसर डॉ. सुनील इण्टोदिया, विश्वविद्यालय के विभिन्न प्राचार्य, छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।