मुनिवृंद के पदार्पण पर तेरापंथ समाज ने किया भावभीना अभिनंदन
उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम आचार्यश्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती ध्यान साधक शासनश्री मुनि सुरेशकुमार हरनावा आदि मुनिवृन्दों के झीलों की नगरी में पदार्पण पर श्री जैन तेरापंथी सभा सहित अन्य संस्थाओं द्वारा महाप्रज्ञ विहार में समारोहपूर्वक अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर शासनश्री मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि तेरापंथ के इतिहास में उदयपुर का महनीय स्थान है। इस प्रवास में सेवा, साधना, सृजन की चेतना जीवंत रहे, अपना समय सही दिशा में नियोजित करें और आत्मा की सिद्धि के लिये प्रयास करते रहें, यही हमारा सार्थक स्वागत है। उन्होंने श्रावकों से कहा कि साथ-साथ जुडक़र प्रवास को ऐतिहासिक बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएं।
मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ ने कहा कि हम अपने आसपास लोगों के चेहरे पर मुस्कराहट बांटने की जिम्मेदारी उठाये तो यह प्रवास झीलों की नगरी को स्वर्ग में बदल देगा। मुनि प्रवर ने करणीय कार्यों का एजेंडा पेश किया। मुनि पदमकुमार ने कहा कि शब्दों का स्वागत हो रहा है। सच्चा स्वागत वही है जहां हर परिवार में अट्ठाई तप हो। स्वागत में शब्दों की महत्ता है, मगर आत्मा के उत्थान के लिए किया गया प्रयास ही सही मायने में स्वागत होगा।
इस दौरान तेरापंथ महासभा आंचलिक प्रभारी धीरेन्द्र मेहता, मेवाड़ समन्वय समिति अध्यक्ष एस पी मेहता ने भावपूर्ण विचारों से स्वागत किया। तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने मुनिवृन्द का भावभीना अभिनंदन करते हुए उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं से प्रवास को ऐतिहासिक बनाने का आव्हान किया।
तेरापंथ महिला मंडल के समूह गीत से शुरू हुए कार्यक्रम में तेयुप अध्यक्ष मनोज लोढ़ा, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा पोरवाल, अणुव्रत समिति अध्यक्ष आलोक पगरिया, टीपीएफ अध्यक्ष मुकेश बोहरा, अभातेयुप जेटीऐन प्रभारी अभिषेक पोखरना, टीपीएफ संस्थापक सदस्य कपिल इंटोदिया ने भावभीना अभिनंदन किया। संचालन तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने किया।
वर्षीतप पारणा महोत्सव कल :
महाप्रज्ञ विहार में शासनश्री मुनि सुरेशकुमार के सानिध्य में मंगलवार प्रात: 9:15 बजे अक्षय तृतीया एवं वर्षीतप पारणा महोत्सव आयोजित होगा। कार्यक्रम में श्रीमति कमला चौधरी, श्रीमती शारदा नाहटा, मनोहर जैन का वर्षीतप अभिनंदन किया जाएगा।