सुशीलाबेन ने कोरोना और दिल के दौरे की बीमारी को एक साथ परास्त किया

सिम्स अस्पताल की अनूठी उपलब्धि
उदयपुर। सिम्स अस्पताल ने अहमदाबाद की एक 91 वर्षीया महिला को दिल के दौरे की बीमारी एवं कोविड-19 दोनों का सफल उपचार कर एक अनूठी उपलब्धि हासिल की है सुशीलाबेन नामक इस महिला ने कोविड-19 से रिकवर होने के बाद सिम्स अस्पताल में ही ह्रदय की एंजिओप्लास्टी करवाई एवं कोरोना और दिल के दौरे की बीमारी को एक साथ परास्त किया।
सिम्स अस्पताल में क्रिटिकल केयर फिजिशियन और एडल्ट आईसीयू के प्रभारी डॉ. भाग्येश शाह ने बताया कि जब सुशीलाबेन को अस्पताल लाया गया तो उन्हें अस्थिर रक्तचाप की शिकायत और अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। कोविड-19 का इलाज करते-करते हमें उनकी एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की भी तैयारी करनी पड़ी। ज्यादा उम्र, कोरोना और दिल के दौरे के जोखिम के बावजूद उपचार के दौरान अस्पताल में भर्ती होने के दो दिन बाद वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. केयूर पारिख और डॉ. विनीत सांखला ने सुशीलाबेन की एंजियोप्लास्टी की और स्टेंट प्लेसमेंट सफलतापूर्वक पूर्ण किया। इस प्रक्रिया के बाद उनका रक्तचाप और अन्य पैरामीटर सामान्य हो गए और वे पूरी तरह से ठीक हो गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉ. शाह ने बताया कि, 90 से ज्यादा की उम्र में स्टेंट प्लेसमेंट के साथ एंजियोप्लास्टी से गुजरने की घटना वाकई में असाधारण हैं, विशेष रूप से उनके लिए जो कोविड पॉजिटिव भी है। अधिक्तर मामलों में मरीज बहुत अधिक गतिशील नहीं होते और एंजियोप्लास्टी कराने की स्थिति में नहीं होते हैं। कई मामलों में परिवार सर्जरी का विकल्प चुनने के खिलाफ होते हैं। हालांकि सुशीलाबेन इस उम्र में भी बहुत सक्रिय हैं और उनमें दृढ़ इच्छाशक्ति है। उनके सकारात्मक दृष्टिकोण ने उनके स्वस्थ होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी बहू एवं नमस्ते लाइफ हेल्थकेयर फाउंडेशन की हेल्थ और लाइफ कोच डॉ. मीना शाह ने कहा कि इस उम्र में सुशीलाबेन का स्वस्थ होना किसी चमत्कार से कम नहीं है।

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