नशामुक्ति अभियान के सामाजिक आन्दोलन में हर नागरिक अपनी महत्ती भूमिका निभाएं : मीणा
उदयपुर। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय , भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय, उदयपुर के द्वारा मास नर्सिग कॉलेज के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर आज उदयपुर शहर के निकटवर्ती उमरड़ा पंचायत स्थित मास नर्सिग कालेज परिसर में जागरूकता कार्यक्रम, रैली, शपथ और प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय संचार ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वरलाल मीणा ने युवाओं से कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार के खिलाफ एक संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से इस दिवस की स्थापना वर्ष 1987 में हुई थी। उन्होंने कहा कि यह दिवस 1989 से 26 जून को प्रतिवर्ष दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस (इंटरनेशनल डे अगेन्स्ट ड्र्ग अब्यूस एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग) के रूप में मनाया जाता है। नशा मुक्ति का अभियान केवल एक व्यतिगत लड़ाई नही है, यह एक सामाजिक आन्दोलन है। इस आन्दोलन में भारत के सभी नागरिकों को मिलकर अपनी-अपनी महत्ती भूमिका निभानी होगी तभी हम आन्दोलन को सफल बना पाएंगे। उन्होने कहा कि यह दिवस हमें न केवल नशे के दुष्प्रभावो के बारे में जागरूक करने का अवसर देता है, बल्कि यह भी प्रेरित करता है कि हम अपने समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि नशा क्या है? कोई भी नशीला पदार्थ आपके दृष्टिकोण, मूख संज्ञान को बदलता है, उसे नशा कहते हैं। इस वर्ष 2024 में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस का विषय है-‘सबूत स्पष्ट है, रोकथाम में निवेश करें।’
इस अवसर पर मास नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. हेमन्त टांक ने सभी युवाओं से कहा कि नशा चाहे किसी भी प्रकार का हो जैसे शराब, तंबाकू या अन्य मादक पदार्थ हमारे जीवन पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। नशा न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पंहुचाता है, बल्कि हमारे परिवार, समाज और देश की प्रगति को भी बाधित करता है। इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के महत्व पर मौखिक प्रशनोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी। प्रतियोगिता के विजेताओं को विभाग की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान नशा मुक्त भारत बनाने के लिए अपनी क्षमता अनुसार हर सम्भव प्रयास करने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के पश्चात अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध जागरूकता रैली निकाली गई । रैली को रामेश्वरलाल मीणा, डॉ. हेमन्त टांक, गुंजन शर्मा एवं उमंग पण्डया ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया । कार्यक्रम में कॉलेज स्टाफ सहित 180 से अधिक युवा छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया।