बाल साहित्य आलेख लेखन प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि आमंत्रित

सलूंबर : सलिला संस्था द्वारा हिंदी बाल साहित्य की विभिन्न विधाओं के लेखन को प्रोत्साहन देने और श्रेष्ठ प्रविष्टियों को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने हेतु विगत छह वर्षों से प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस हेतु वर्ष-2024 के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बाल साहित्यकारों से आलेख विधा में मौलिक, अप्रकाशित एवं अप्रसारित प्रविष्टि 1 मार्च 2024 तक आमंत्रित की गई है। सलिला संस्था की अध्यक्ष डॉ. विमला भंडारी ने इसकी नियमावली जारी करते हुए बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक बाल साहित्यकारों को नीचे उल्लिखित वर्ग के अनुसार आलेख लिखने होंगे। उनका यह भी कहना है कि गूगल से कॉपी करने से बचे तथा अनछुए और बालमन को आकर्षित करनेवाले पहलुओं पर लालित्यपूर्ण आलेख लेखन करें।

प्रतियोगिता के 5 वर्ग
पहला वर्ग- खेल खिलाड़ी
दूसरा वर्ग- अंतरिक्ष
तीसरा वर्ग- भोजन, व्यायाम और स्वास्थ्य
चौथा वर्ग- प्रकृति और पर्यावरण
पांचवा वर्ग- पौराणिक चरित्र

प्रविष्टि के नियम
●प्रत्येक वर्ग में एक प्रविष्टि भेजी जा सकती है यानी बाल साहित्यकार अधिकतम पांच प्रविष्टियां भेज सकता हैं।
●आलेख की शब्द सीमा 1000 तक रहें। शब्द सीमा से अधिक के आलेख को शामिल नहीं किया जाएगा अत: आलेख के ऊपर शब्द सीमा लिखना अनिवार्य है।
●आलेख का टेक्स्ट यूनिकोड के 16 फोंट की साइज का हो। ईमेल के साथ वर्ड या डॉक्यूमेंट की फाइल अटैच करनी है। हस्तलिखित या फोटो इमेज आलेख पर विचार करना संभव नहीं होगा।
● आलेख के साथ बाल साहित्यकार को अपने अग्रेषण पत्र में आलेख का शीर्षक और मौलिक, अप्रकाशित होने की घोषणा के साथ अपना संक्षिप्त परिचय (100 शब्दों में), पता और फोन नंबर का उल्लेख करना होगा। आलेख पर अपना नाम और पता न लिखें।
●परिणाम जब तक घोषित न हो जाए, आलेख को अन्यत्र प्रकाशन के लिए भेजना प्रतिबंधित रहेगा।आलेख भेजने के लिए ईमेल आईडी-
balsahitya1994salumber@gmail.com

सलिला बाल साहित्य आलेख लेखन पुरस्कार

■ प्रत्येक वर्ग में प्रथम पुरस्कार : 1500 रुपए
■ प्रत्येक वर्ग में द्वितीय पुरस्कार : 1000 रुपए

सलिला संस्था की गौरवशाली परंपरा अनुसार 15वां राष्ट्रीय बाल साहित्यकार सम्मेलन में उपस्थित विजेता साहित्यकारों को मानधन, अभिनंदन-पत्र एवं पुस्तक की प्रति सम्मान सहित प्रदान की जायेगी।
चयनित पुरस्कृत आलेखों का कभी भी, किसी भी रूप में उपयोग करने, प्रकाशित या प्रसारित करने का अधिकार सलिला संस्था के पास सुरक्षित रहेगा।

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