हिंदुस्तान जिंक द्वारा सीआईएएच के साथ मिलकर समाधान परियोजना से जुड़े किसानों को मुफ्त बीज किट वितरित

उदयपुर : हिंदुस्तान जिंक के सीएसआर कार्यक्रम में समाधान परियोजना के तहत आईसीएआर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थान, सीआईएएच केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर के साथ 3 दिवसीय मुफ्त सब्जी बीज किट वितरित किये। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय किसानों को सहयोग प्रदान कर उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों और उसके आसपास की पंचायतों में कृषि उत्पादकता को बढ़ाना है।
जावर, टीडी, अमरपुरा और चनावदा पंचायतों के लगभग 2 हजार किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले सब्जी बीज किट दिये गये, जिसमें आठ प्रकार के बीज पालक, मूली, सरसों, टमाटर, मटर, प्याज, गाजर, मेथी और धनिया शामिल थे। इसके अलावा, सीआईएएच के साथ सहयोग से किसानों को सस्टेनेबल खेती के तरीकों के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी। समाधान परियोजना के सहयोगी बायफ ने आउटरीच और कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थानीय कृषि और सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देना जारी रखते हुए, समाधान परियोजना का उद्देश्य स्थायी सकारात्मक प्रभाव लाना है। परियोजना के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसानों के पास हमेशा बदलते परिदृश्य में उन्नती के लिए आवश्यक संसाधन और जानकारी उपलब्ध हो। यह बीज वितरण कार्यक्रम क्षेत्र के किसानों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हिंदुस्तान जिंक की सस्टेनेबल कृषि और सामुदायिक उत्थान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

Related posts:

अपने जीवन में हम सब हैं सुपरस्टार्स : डॉ. अग्रवाल

Hindustan Zinc receives5-Star Ratingfrom Indian Bureau of Mines for Sustainable Practices

वीआईएफटी का राज्यस्तरीय अवार्ड समारोह सम्पन्न

उदयपुर में बुधवार को कोरोना का विस्फोट, 876 नये रोगी मिले

पेसिफिक महिला क्रिकेट टूर्नामेंट 2025 संपन्न

Hindustan Zinc Observes National Youth Day By Empowering Youth To Build Their Tomorrow

महावीर युवा मंच 28 जून को मनाएगा दानवीर भामाशाह की जयंती

महाराणा जगतसिंह प्रथम की 417वीं जयन्ती मनाई

हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर परियोजनाएं सराहनीय, ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण- जसमीतसिंह संधु, जिला कल...

नारायण सेवा संस्थान के निःशुल्क सेवा प्रकल्पों की समीक्षा बैठक

पीआईएमएस में ह्रदय की दुर्लभतम सर्जरी

चलो कुछ ऐसा किया जाए, मरने के बाद भी जीया जाए...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *