पिछले एक दशक में हिन्दुस्तान जिंक ने प्रदेश के लिए सीएसआर  के तहत 1750 करोड़ से अधिक का निवेश किया 

समाजिक उत्तरदायित्व के लिए किए गए प्रयासों से कंपनी संचालन के आसपास 23 लाख से अधिक लोग लाभान्वित
2,300 से अधिक गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और महिला सशक्तिकरण हेतु परियोजनाएं संचालित
जयपुर :
विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी, हिन्दुस्तान जिंक ने प्रदेश में 2016 से ₹1,750 करोड़ से अधिक का निवेश करके सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहचान बनाई है। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, आजीविका, जल और स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और खेल सहित विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से, कंपनी राजस्थान के सामाजिक-आर्थिक विकास में प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में उभरी है। 23 हजार से अधिक गावों में अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के साथ, अलग अलग परियोजनाओं से अब तक 23 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं, हिन्दुस्तान जिंक समावेशी, सशक्त और मजबूत समाज को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।


प्रारंभिक शिक्षा और पोषण से लेकर लैंगिक सशक्तिकरण तक, हिन्दुस्तान जिंक के प्रयास बहुआयामी हैं। कंपनी ने लगभग 2,500 आंगनवाड़ियों को नंद घर का रूप दिया है, जो महिलाओं के लिए पोषण, डिजिटल शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कौशल विकास प्रदान करती हैं। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के दृष्टिकोण के अनुसार स्थापित इन केंद्रों से वित्तीय वर्ष 2025 में 3.5 लाख से अधिक बच्चों और माताओं को लाभ हुआ है।शिक्षा की प्रमुख पहल जैसे शिक्षा संबल और ऊंची उड़ान ने 35,000 से अधिक छात्रों के सीखने के सफर को बदला है, वहीं जीवन तरंग कार्यक्रम कौशल प्रशिक्षण और समावेशन के माध्यम से लगभग 2600 से अधिक दिव्यांग व्यक्तियों को लगातार मुख्य धारा से जोड़ रहा है।

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स्वास्थ्य के क्षेत्र में, कंपनी ने मोबाइल ऑन्कोलॉजी वैन, हेल्थ ऑन व्हील्स और कोविड 19 में संकट के दौरान, स्थानीय समुदायों की सेवा के लिए तेजी से फील्ड हॉस्पिटल और ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित कर आमजन को राहत की पहुंच को बढ़ाया है। कंपनी के स्वच्छता अभियान में उदयपुर के पहले 60 एमएलडी सीवेज उपचार संयंत्र की शरुआत और 50 से अधिक गांवों में सुरक्षित पेयजल प्रणाली स्थापित करना शामिल है। किसानों के लिए संचालित समाधान कार्यक्रम के तहत, 35,000 से अधिक किसान परिवारों को कृषि-आधारित आजीविका सहायता मिली है, जबकि पांच किसान उत्पादक संगठनों एफपीओ ने वित्तीय वर्ष 2025 में लगभग ₹5 करोड़ का कारोबार दर्ज किया है। खेल के क्षेत्र में, जिंक फुटबॉल अकादमी, एक 3-स्टार एआईएफएफ रेटेड आवासीय केंद्र, कोचिंग और सामुदायिक आउटरीच के माध्यम से 650 से अधिक उभरते खिलाडियों को मंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सामाजिक कल्याण के प्रति हिन्दुस्तान जिंक की गहरी प्रतिबद्धता बुनियादी स्तर के कार्यक्रमों में स्पष्ट है। कंपनी की प्रमुख पहलों में से एक सखी ने 2150 से अधिक स्वयं सहायता समूहों, सूक्ष्म-वित्तपोषण और स्थायी आजीविका के अवसरों के माध्यम से 27000 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाया है। पिछले दो वर्षों में, कंपनी के उठोरी अभियान ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा, मासिक धर्म स्वच्छता और कई अन्य सामाजिक मुद्दों को संबोधित करते हुए 130 गांवों में 2.3 लाख से अधिक व्यक्तियों को संवेदनशील बनाया है।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जिंक कौशल केंद्रो के माध्यम से 7500 से अधिक युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर प्रशिक्षित किया गया है। राजस्थान में समुदायों के लोगों को साथ लेकर, हिन्दुस्तान जिंक का दृष्टिकोण राज्य को समावेशी और सतत विकास के लिए राष्ट्रीय केंद्र बनाना है। औद्योगिक उत्कृष्टता को सामाजिक उद्देश्य के साथ मिलाकर, कंपनी केवल हितधारकों के लिए मूल्य ही नहीं बल्कि यह उन लोगों के लिए एक विरासत का निर्माण कर रही है जिनके लिए वह प्रतिबध्द है।

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