अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन भारत में हिंदुस्तान जिंक की मेजबानी में जिंक कॉलेज का आयोजन करेगा

जिंक सिटी उदयपुर में जिंक इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी पर आयोजित अद्वितीय कार्यक्रम में विश्वस्तरीय प्रतिनिधि भाग लेंगे
उदयपुर।
अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन 15 से 19 सितंबर 2024 तक जिंक सिटी उदयपुर में होने वाले 5 दिवसीय विश्वस्तरीय कार्यक्रम जिंक़ कॉलेज का आयोजन हिंदुस्तान जिंक की मेजबानी में किया जाएगा। जिंक कॉलेज का आयोजन आईजेडए द्वारा हर दो वर्ष में किया जाता है जो गत बार स्पेन में आयोजित हुआ था। यह विशेष 5 दिवसीय कार्यक्रम, जिंक कॉलेज अभूतपूर्व विचारों के आदान-प्रदान और श्रेष्ठ संचालन की उन्नति के लिए एक केंद्र बिंदु के रूप में होगा जो विश्व में जिंक उद्योग के भविष्य को आकार देगा।
भारत में जिंक कॉलेज की मेजबानी वैश्विक जिंक उद्योग में भारत के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालती है और इस क्षेत्र के भीतर इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए आईजेडए की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह कार्यक्रम मेजबान कंपनी हिंदुस्तान जिंक के शहर उदयपुर में आयोजित किया जा रहा है, जो भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक है। उदयपुर में जिंक खनन और प्रगलन का 2500 वर्षों से अधिक पुराना समृद्ध इतिहास है और इसे जिंक सिटी के रूप में जाना जाता है। यह कार्यक्रम जिंक के भविष्य पर अग्रणी वैश्विक बातचीत में भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा, जिसमें बुनियादी ढांचे, ऊर्जा भंडारण, नवीकरणीय ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, स्वास्थ्य सेवा और कृषि में नए अनुप्रयोगों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिंक उद्योग स्थिरता की ओर एक महत्वपूर्ण परिवर्तन से गुजर रहा है, जिंक कॉलेज कार्बन उत्सर्जन को कम करने और सामग्रियों की आयु बढ़ाने के उद्देश्य से नवाचारों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा, जिसमें हिंदुस्तान जिंक, बोलिडेन, टेक और नायरस्टार जैसे आईजेडए सदस्यों द्वारा कम कार्बन ग्रीन जिंक की पेशकश और इस्पात उद्योग में विकास शामिल हैं।
जिंक़ कॉलेज कार्यक्रम का स्वागत करते हुए इंटरनेशन जिंक़ एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण मिश्रा ने कहा कि हम जिंक़ कॉलेज 2024 के आयोजन के लिए विश्वस्तरीय जिंक़ प्रतिनिधियों के आगमन से उत्साहित है। जिंक कम कार्बन वाले भविष्य का अभिन्न अंग है और यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के लिए मील का पत्थर साबित होगा, जो जिंक उद्योग की एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो चल रहे वैश्विक ऊर्जा संक्रमण का समर्थन करता है। वैश्विक स्तर पर जिंक एक उल्लेखनीय क्रांति की दहलीज पर खड़ा है और विशेष रूप से भारत में, जिंक संरचनात्मक रूप से सस्टेनेबल स्टील के साथ चल रहे बुनियादी ढांचे के जोर को मजबूत करने के लिए तैयार है, जबकि ऊर्जा भंडारण बाजार का भी समर्थन करता है। जिंक उद्योग में अगली बड़ी चीज जिंक मिश्र धातुओं का विकास है जो स्टील उद्योग को ऐसे उत्पाद समाधान बनाने में सक्षम बनाएगी जो स्टील संरचनाओं के लचीलेपन को बढ़ाएंगे। हमारा अनुमान है कि अगले 10 वर्षों में जिंक की मांग दोगुनी हो जाएगी, जो जिंक कॉलेज जैसे आयोजन को भविष्य के लिए तैयार पारिस्थितिकी तंत्र की नींव रखने के लिए और भी महत्वपूर्ण बनाता है। हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लोगों से पांच दिनों के अमूल्य सीखने और आदान-प्रदान का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में उद्योग के अग्रणी विश्व के 100 से अधिक प्रतिभागी जिंक सिटी में शामिल होंगे। उपस्थित लोगों को जिंक उद्योग में नवाचारों एवं प्रगति के बारे में गहराई से जानने का अवसर मिलेगा। इस आयोजन के दौरान प्रतिभागी राजस्थान में हिंदुस्तान जिंक की अत्याधुनिक जिंक माइंस  और स्मेल्टर का दौरा करेंगे। इस दौरे के साथ-साथ, इस आयोजन में उद्योग विशेषज्ञों द्वारा संचालित आकर्षक सत्रों की एक श्रृंखला, इंटरैक्टिव कार्यशालाएँ और उपस्थित लोगों के लिए जिंक उद्योग के साथियों और सलाहकारों से जुडऩे के लिए नेटवर्किंग के अवसर भी शामिल होंगे।
जिंक कॉलेज कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक,एंड्रयू ग्रीन, सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन  अरुण मिश्रा, अमित नारायण, पार्टनर और प्रबंध निदेशक दक्षिण एशिया कंट्रोल रिस्क्स, संचार निदेशक, अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन, तान्या कोरिया, निदेशक भारत, इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन राहुल शर्मा, निदेशक, दक्षिण एशिया जिंक पोषक पहल, इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन सौमित्र दास, एरिक वैन जेंडरन, निदेशक, पर्यावरण, स्वास्थ्य और स्थिरता, इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन, वाणिज्यिक प्रबंधक, नेक्सा रिसोर्सेज एस.ए. मुरिलो आयर्स, सीईओ, स्मेल्टर्स, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड सी. चंद्रू, प्रबंधक, गैल्वेनाइज्ड ऑटोबॉडी पार्टनरशिप और गैल्विनफो सेंटर, अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन एना पाउला डोमिंगोस कार्डसो, अनुसंधान निदेशक, कॉनकॉर्ड रिसोर्सेज लिमिटेड डंकन हॉब्स, वरिष्ठ विश्लेषक, बेस मेटल्स, सीआरयू टॉम रटलैंड, हेड सीओई माइनिंग, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड प्रवीण शर्मा, निदेशक, पर्यावरण, स्वास्थ्य और स्थिरता, अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन एरिक वैन जेंडरन, निदेशक, यूरोपीय मामले, अंतर्राष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन हॉवर्ड विन्बो, कंट्री मैनेजर, ओपन मिनरल एजी लुइस वूलकॉट उल्लेखनीय वक्ता होगें।

Related posts:

आपसी समन्वय, भाईचारा तथा सहयोग की भावना से मनाएं त्यौहार - जिला कलेक्टर पोसवाल

एचडीएफसी बैंक ने मुंह बंद रखो अभियान का दूसरा संस्करण लॉन्च किया

निर्जला एकादशी पर 101 राशन किट व छाते वितरित

HINDUSTAN ZINC VACCINATES 20000+ EMPLOYEES, FAMILY MEMBERS AND BUSINESS PARTNERS AGAINST COVID

पिम्स हॉस्पिटल उमरड़ा में सैरेब्रल पॉल्सी के दो बच्चों का सफल इलाज

स्वयं के दैनिक व्यवहार में बदलाव कर लें पर्यावरण सरंक्षण का संकल्प- अरूण मिश्रा

ग्रामीण प्रतिभाओं को दक्ष बना रहा हिन्दुस्तान जिंक

हिन्दुस्तान जिंक प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को बोनस एवं एक्सग्रेसीया की घोषणा

सीए मुकेश बोहरा अध्यक्ष व कुणाल गाँधी सचिव मनोनीत

50 निर्धनों को कम्बल वितरित

झीलों के शहर में इण्डिया आसियान देशों कलाकारों ने सजाये अपनी तुलिका से प्रकृति के रंग

59 वर्षो में सामाजिक विकास एवं देश में माइन मेटल को विश्व पटल पर अंकित करने का पर्याय बना हिन्दुस्ता...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *