उदयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर उदयपुर इकाई द्वारा आज कार्यवाही करते हुये खेमसिंह देवड़ा (khemsingh deora) सरपंच, ग्राम पंचायत मेड़ता, तहसील मावली, जिला उदयपुर को परिवादी से 3 लाख 15 हजार रुपये (50 हजार रुपये नगद एवं स्वयं के नाम का 2 लाख 65 हजार रुपये का चैक) रिश्वत के रूप में लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक (अतिरिक्त चार्ज) हेमन्त प्रियदर्शी (Hemant Priyadarshi) ने बताया कि ए.सी.बी. की उदयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके द्वारा संचालित स्कूल को आबादी भूमि पर अतिक्रमण करके स्कूल बनाने की शिकायत सम्पर्क पोर्टल पर की गई थी, जिसकी जाँच में उसके पक्ष में कार्यवाही कर उक्त आबादी भूमि के अतिक्रमण को नियमित करने की एवज में खेमसिंह देवड़ा सरपंच, ग्राम पंचायत मेड़ता, तहसील मावली, जिला उदयपुर द्वारा 4 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है। परिवादी के आग्रह पर आरोपी 3 लाख 50 हजार रुपये लेने पर सहमत हुआ। इस पर एसीबी, उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्रप्रसाद गोयल (Rajendraprasad Goyal) के निर्देशन में एसीबी की उदयपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज पुलिस निरीक्षक श्रीमती डॉ. सोनू शेखावत द्वारा मय टीम ट्रेप कार्यवाही करते हुये खेमसिंह देवड़ा पुत्र शम्भुसिंह देवड़ा हाल सरपंच, ग्राम पंचायत मेड़ता को परिवादी से 3 लाख 15 हजार रुपये (50 हजार रुपये नगद एवं स्वयं के नाम का 2 लाख 65 हजार रुपये का चैक) की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि आरोपी सरपंच ने परिवादी को रिश्वत राशि और चैक के साथ बैंक की शाखा में ही बुलवाया, जहाँ आरोपी द्वारा रिश्वत राशि एवं बैंक चैक प्राप्त कर, बैंकर-चैक को भुनाने की कोशिश की, जिस पर एसीबी टीम द्वारा उसे बैंक में ही दबोचा लिया। इससे पहले सत्यापन के दौरान आरोपी सरपंच द्वारा 25 हजार रुपये पूर्व में ग्रहण करने की स्वीकारोक्ति की तथा 10 हजार रूपये रिश्वत के रूप में वसूल कर लिये थे।
एसीबी के उप महानिरीक्षक पुलिस राजेन्द्रप्रसाद गोयल के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं वाट्सअप हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24 घंटे 7 दिन सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।
सरपंच 3 लाख 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
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