महिलाओं द्वारा निर्मित हस्त उत्पादों की श्रृंखला ‘श्रीजी’ का शुभारंभ कल

उदयपुर। ‘श्रीजी’ विश्वास संस्थान के सहयोग से महिलाओं द्वारा निर्मित हस्त उत्पादों की श्रृंखला है। इसका शुभारंभ वृन्दावन धाम से पधारे भागवत रत्न श्री कपिल देवजी महाराज जो मात्र 6 वर्ष की उम्र से भागवत कथा का रसपान समस्त श्रद्धालुओं को करा रहे है एवं 10 से भी अधिक देशों में भारतीय संस्कृति एवं भागवत कथा की पताका फहरा चुके है, के शुभाशीष एवं सान्निध्य में शुक्रवार 4 नवम्बर को माननीय डॉ. सी. पी. जोशी राजस्थान विधानसभाध्यक्ष, श्रीमती शकुंतला रावत उद्योग मंत्री राजस्थान सरकार तथा सुमन राव मिस वल्र्ड एशिया 2019 (मिस वल्र्ड 2019 की द्वितीय रनर अप) करेंगी। यह जानकारी गुरूवार को आयोजित प्रेसवार्ता में श्रीजी के निदेशक शेखर कुमार ने दी। इस अवसर पर निदेशक श्रीमती इंदिरा मीणा, बृजेश कुमार तथा साक्षी सिंह भी उपस्थित थे।
शेखर कुमार ने बताया कि ‘श्रीजी’ के तहत विश्वास संस्थान के सहयोग से परम्परागत तरीकों से हस्तकलाओं का बेहतर संयोजन और प्रमुखता से सूती कपड़े पर प्राकृतिक रंगों के प्रयोग से विभिन्न उत्पादों का निर्माण करना है। इसमें विश्वास संस्थान जो कि महिला सशक्तिकरण के विभिन्न आयामों पर पिछले 25 से भी अधिक वर्षों से काम कर रहा है, वह महिलाओं को विभिन्न स्तरों पर छटनी कर उनके हुनर के अनुसार आजीविका के अवसर प्रदान कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में जो महिलाएं आगे बढऩे की चाह और कुछ सीखने का जुनून रखती हैं, उन्हें टेक्टाइल वेस्ट से कपड़े की थैली सिलने का हुनर दिया जाता है। इससे वे अपने ही घर पर प्रतिदिन 200 से 250 रूपये तक कमाती हैं। यहां से अपना सफर शुरू कर बहुत सारी महिलाएं पेंट, शर्ट और काथा जैसी कलाओं के इस्तेमाल से उत्पादों को एक नया कलेवर देती हैं और उत्पाद जीवित हो उठता है।
श्रीमती इंदिरा मीणा ने बताया कि यहां से बहुत-सी महिलाएं जो विभिन्न हस्तकलाओं में कुशल हैं, उन्हें विश्वास, विश्वस्तरीय संस्थानों के बेहतरीन प्रशिक्षकों द्वारा क्षमतावर्धन पर कार्य कर उन्हें बेस्ट से बेटर बनाने में अपना योगदान देता है और ये महिलाएं बेहतरीन उत्पादों की श्रृंखला तैयार करती हैं। उन्होंने बताया कि हस्त कला के इस क्षेत्र में राजस्थान के सांगानेर, बगरू और जाहोता क्षेत्र ब्लाक प्रिंटिंग में विश्व पटल पर अपना मुकाम रखते हैं, बिना उनको अपनायें ‘श्रीजी’ अधूरा है, इस संदर्भ में विश्वास संस्थान ने जयपुर में इंदिरा स्वयं सहायता समूह को तलाशा और उनसे डिजाईन, प्रिंट और ब्लाक प्रिंटिंग के लिए उनके समूह की विशेषज्ञता ली। विश्वास संस्थान अपने विभिन्न विषय विशेषज्ञों जैसे क्राफ्ट डिजाईनर, प्रोडक्ट डिजाईनर, सेल्स एक्सपट्र्स, सोशियल मीडिया एक्पट्र्स, ग्राफिक डिजाईनर, मॉडल्स एवं बेहतरीन टीम मेनेजमेंट के माध्यम से ‘श्रीजी’ के उत्पादों की श्रृंखला को आपके सम्मुख रखने जा रहा है।
बृजेश कुमार ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को विश्वास ने ना केवल मजबूती प्रदान की है बल्कि मजबूती से सबके सामने एक अनूठी मिसाल के रूप में रखा है। विश्वास संस्थान ने सभी महिलाओं को एक समूह में रखते हुए उन्हीं के बीच में से एक अनुभवी महिला सदस्य को निदेशक पद दिया एवं अपने लाभांश से 20 प्रतिशत हिस्सा विधिपूर्वक देने की सुनिश्चिता पूरी की। अपने हुनर को नित् प्रतिदिन बेहतर आयाम देती ये महिलाएं आज ‘श्रीजी’ में ना केवल कार्य कर रही हैं बल्कि गर्व से अपनी हिस्सेदारी रखती है। उन्होंने बताया कि श्रीजी ना केवल विभिन्न प्रकार के महिला उत्पादों पर श्रेष्ठ कार्य कर रहा है बल्कि घर में काम आने वाली वस्त्र श्रृंखला पर भी गंभीरता और कुशलता से अपनेआप को तैयार कर रहा है। इसमें ब्लाक प्रिंटिंग के कपड़ों पर महिलाएं काथा वर्क, आरीतारी, पेचवर्क एवं विभिन्न कशीदाकारी के संयोजन को विषय विशेषज्ञों की देखरेख में निखार कर तैयार कर रही हैं।
साक्षी सिंह ने बताया कि भविष्य में ‘श्रीजी’ अपने अनूठे संयोजनों के साथ ना केवल बेहतरीन महिला-पुरुष परिधानों एवं होम फर्नीशिंग के उत्पादों की पेशकश करेगा बल्कि महिलाओं की बड़ी संख्या एवं ‘श्रीजी’ के आशीष के साथ एक ब्रांड के रूप में विश्व पटल पर उभरते हुए दिखना चाहता है। इसकी पृष्ठभूमि में आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त महिलाएं और लुप्त होती ये हस्तकलाएं, प्राकृतिक रंगों का संयोजन और छपाई-रंगाई का अनूठा कार्य जो विलुप्ति के हाशिये पर खड़ा है, इसे जीवित रखने में विश्वास मजबूती से खड़ा है और खड़ा रहना चाहता है जिससे देश-विदेश में इस कला को और उत्पादों को बेहतरीन बाजारों तक पहुंचा कर पुन: नई पीढ़ी को इससे जोड़ा जा सके और भारत की इस सांस्कृतिक विरासत को विश्वपटल पर प्रभावी रूप से रखने में ‘श्रीजी’ महती भूमिका निभा सके।

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