उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) हॉस्पिटल उमरड़ा में चिकित्सकों ने स्केलेटल डिस्प्लासिए नामक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित मरीज का सफतलापूर्वक इलाज किया है।
ओर्थपेडीक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंकित चौहान ने बताया कि स्केलेटल डिस्प्लासिए एक जन्मजात हड्डियों की बीमारी है जिसके कारण मरीज की हड्डिया सामान्य तरीके से नहीं बनती है और उम्र के साथ हड्डियों में टेढ़ापन बढ़ाता रहता है। जोड़ भी खऱाब रहते और मरीज की लम्बाई भी सामान्य से काम रहती है। इन्हीं परेशिानियों के साथ सौलह वर्षीय एक मरीज ने पिम्स उमरड़ा में अपना चेकउप करवाया जिसमें यह बीमारी सामने आयी। मरीज के दोनों पैरो में तिरछापन था। मरीज सामान्य तरीके से चलने में असक्षम था और लम्बाई भी कम थी। जांचों के बाद मरीज का 3 स्टेज में ऑपरेशन कर मरीज की हड्डियों को सीधा किया गया और लम्बाई भी करीब 5 सेंटीमीटर बढ़ाई गई। डॉ. चौहान ने बताया कि इन ऑपरेशन्स में अत्याधुनिक तकनीक जैसे की सॉफ्टवेयर-असिस्टेड प्लानिंग, ईलिज़ारोव सर्जरी का प्रयोग किया गया। ऑपरेशन्स के बाद मरीज के दोनों पैर सामान्य जैसे दिखने लगे हंै और मरीज की चाल भी सामन्य हो गयी है। यह ऑपरेशन्स चिरंजीवी योजना के अंतर्गत निशुल्क किये गए। ओर्थपेडीक विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. बी. एल. कुमार ने बताया कि पिम्स उमरड़ा में इस तरह के इलाज सफलतापूर्वक किये जाते हैं और अनेक मरीज इस तरह की बीमारी से निजात पाकर चलने और अपना जीवन-यापन करने में सक्षम हुए हैं।