उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंसेज (पिम्स) हॉस्पिटल, उमरड़ा में चिकित्सकों ने नवजात की जटिल सर्जरी कर नया जीवन दिया है। चेयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि गत दिनों मालरोटेशन ऑफ इंटेस्टाइन नामक बीमारी से पीडि़त चित्तौड़ निवासी एक नवजात को पिम्स में उपचार के लिए लाया गया। इस बीमारी में आंतों में विकार होता है। बच्चा दूध पीने में असमर्थ होता है। आंत पेट में घूम कर काली पड़ जाती है।
पीड्रियाट्रिक सर्जन डॉ. अतुल मिश्रा ने बताया कि नवजात की बड़ी समस्या यह थी कि इसका एक बड़ा ऑपरेशन दूसरे अस्पताल में हो चुका था और दुर्भाग्यवश दोबारा ऑपरेशन की जरूरत थी। बच्चा भयानक संक्रमण से पीडि़त था। लगभग 3 घंटे चले इस ऑपरेशन में आंतों को दोबारा जोड़ा गया व पेट की सफाई की गई। तमाम खतरों, संक्रमण व कमजोरी के बावजूद बच्चे ने तेजी से स्वास्थ्य लाभ लिया। बच्चा अब पूर्णत: स्वस्थ है व भविष्य में भी ऐसा ही रहने की पूरी संभावना है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि सभी डॉक्टर/सर्जन यथासंभव अच्छा उपचार करते है, जिसके बाद भी यदाकदा असफलता या जटिलताएं होती है। इस बच्चे का गंभीर स्थिति व दोबारा बड़ी सर्जरी के बावजूद ठीक हो जाना पिम्स हॉस्पिटल के लिए एक उपलब्धि है। बच्चे का ईलाज सरकारी योजनाओं के तहत नि:शुल्क हुआ है। इस जटिल ऑपरेशन में डॉ. मिश्रा के साथ निश्चेतना विभाग की डॉ. कमलेश, डॉ पूजा, डॉ. वीनस व पीड्रियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक पाराशर, डॉ. राहुल खत्री एवं स्टाफ अश्मति, अरुण, निर्मला, उदय व टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. विवेक पाराशर ने आगे बताया कि पिम्स हॉस्पिटल सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है व बच्चों के विभिन्न जटिल बीमारियों के उपचार भामाशाह, आयुष्मान इत्यादि सरकारी योजनाओ के तहत नि:शुल्क होता है।
जटिल सर्जरी से नवजात को मिला नया जीवन
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