-मात्र 3 से 4 मिनिट में ही कर दिया ऑपरेशन-
उदयपुर। पारस जे. के. हॉस्पिटल में गंभीर कोरोना पॉजीटिव मरीजों का शीघ्र उपचार करने के लिए कोरोना के दौरान ही ट्रेक्योस्टमी कर जीवन बचाया जा रहा है। हॉस्पिटल में नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. एस. कौशिक (ई.एन.टी. सर्जन) और उनकी टीम ने उदयपुर निवासी कोरोना पॉजिटिव मरीज की ट्रेक्योस्टमी कर जान बचाई है।
डॉ. एस. एस. कौशिक ने बताया की कौरोना के दौरान गंभीर मरीजों को श्वांस लेने मे बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। आमतौर पर अधिकांश अस्पतालों में मरीज के कोरोना नेगेटिव होने का इन्तजार किया जाता है। उसके बाद ट्रेक्योस्टमी की जाती है। पारस जे. के. हॉस्पिटल में हम मरीज को कोरोना पॉजिटिव रहने के दौरान ही उसकी ट्रेक्योस्टमी कर देते हैं। इसमें चिकित्सकों व अन्य सहयोगियों के कोरोना पॉजिटिव होने की संभावना ज्यादा होती है लेकिन मरीज का जीवन बचने व उसकी कोरोना से मुक्ति पाने की संभावना बढ़ जाती है। ट्रेक्योस्टमी के द्वारा मरीज को श्वांस में होने वाली तकलीफ कम होती है। ऑक्सीजन सीधे फेफड़ों में पहुंचती है जिससे ऑक्सीजन कम लगती है और उसके फेफड़ों की सफाई भी आसानी से हो जाती है। इससे मरीज की रिकवरी जल्दी होती है। डॉ. कौशिक ने बताया कि ऐसा करना रिस्की है लेकिन टीम को इस तरह की हजारों ट्रेक्योस्टमी करने का अनुभव है। अस्पताल में उपलब्ध अत्याधुनिक संसाधनों के द्वारा हम इसे मात्र 3 से 4 मिनिट में कर देते है।
हॉस्पिटल के फेसेलिटी डायरेक्टर विश्वजीत ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीज का जीवन बचाना है। इसके लिए हम सदैव प्रतिबद्ध हैं। इसी भावना के साथ हम उदयपुर व आसपास के निवासियों को इस कठिन समय में उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।