पीएण्डजी इंडिया ने ‘पीएण्डजी शिक्षा’ समर्थित स्कूलों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टॉल किया

उदयपुर। व्हिस्पर और विक्स जैसे ब्राण्ड्स की निर्माता, पीएण्डजी इंडिया ने विश्व पर्यावरण दिवस पर यह घोषणा की है कि देश में पानी के अभाव वाले क्षेत्रों में जल संरक्षण के अपने प्रयासों के तहत कंपनी ने नौ शहरों में ‘पीएण्डजी शिक्षा’ द्वारा समर्थित स्कूलों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग (आरडब्ल्यूएच) इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टॉल किया है। इस पहल का निष्पादन राउंड टेबल इंडिया के साथ भागीदारी में कोटा, अहमदाबाद, जोधपुर, बद्दी, उदयपुर, भोपाल, चेन्नई, रायपुर और पॉन्डीचेरी में हुआ है।


इसके साथ ही, रेनवाटर हार्वेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर्स संयुक्त रूप से हर साल लगभग 10 लाख लीटर पानी बचाने में सहायक होंगे, जिसका इस्तेमाल स्कूल पीने से अलग हटकर दूसरे कामों में कर सकेंगे। वर्षाजल के संचय द्वारा, इस पहल का लक्ष्य इन स्कूलों द्वारा पानी की नगरपालिका से होने वाली आपूर्ति पर निर्भरता और इस्तेमाल को कम करना और भूमिगत जल के स्तर को सुधारने में मदद करना है। इसके अलावा, स्कूलों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सुलभता से कम सुविधा-प्राप्त क्षेत्रों के बच्चे भी छोटी उम्र से पर्यावरण संरक्षण की मूलभूत समझ और आवश्यकता को अपना रहे हैं। यह पहल पर्यावरण संरक्षण में भी और मध्यस्थताओं के माध्यम से पानी के मामले में सुरक्षित भविष्य बनाने की दिशा में योगदान देने के पीएण्डजी के प्रयास के अनुरुप है।
पीएण्डजी शिक्षा, पीएण्डजी इंडिया का प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम है और रेनवाटर हार्वेस्टिंग की पहल के माध्यम से कंपनी का लक्ष्य शिक्षा एवं स्थायित्व को जोडऩा है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य की पीढ़ी छोटी उम्र से ही स्थायी अभ्यासों को अपनाए।
पीएण्डजी इंडिया में खरीदारी एवं पर्यावरणीय स्थायित्व के प्रमुख पवन वर्मा ने कहा कि पीएण्डजी में हम पानी बचाने का महत्व और स्थायी विकास के लिये इसके महत्वपूर्ण आशयों को समझते हैं। इस दिशा में काम करने के लिये हमारा एक तरीका है दुनिया की सबसे ज्वलंत चुनौतियों में से कुछ को हल करने के लिये बदलाव लाने वाली भागीदारियाँ करना, जहाँ हम सबसे बड़ा बदलाव ला सकते हैं। इसलिये, राउंड टेबल इंडिया के साथ भागीदारी में हम एक नई पहल कर रहे हैं, जिसमें पानी के अभाव वाले क्षेत्रों में ‘शिक्षा’ द्वारा समर्थित स्कूलों में एक स्थायित्वपूर्ण अभ्यास के तौर पर वर्षाजल संचय किया जा रहा है। यह पहल न सिर्फ विद्यार्थियों के लिये साफ नॉन-पॉटेबल पानी तक पहुँच सुनिश्चित करती है, बल्कि उनमें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी जगाती है और उन्हें एक स्थायित्वपूर्ण संसार के लिये भविष्य का समर्थक बनने हेतु सशक्त करती है।
यह पहल पीएण्डजी द्वारा हाल ही में घोषित की गई वैश्विक जल रणनीति के ठीक बाद आई है। उस रणनीति के माध्यम से कंपनी का लक्ष्य है अपने परिचालन में पानी के इस्तेमाल को कम करना, नवाचार तथा भागीदारियों के माध्यम से पानी से जुड़ी चुनौतियों पर प्रतिक्रिया देना और दुनिया में पानी के अभाव वाले 18 क्षेत्रों में परियोजनाओं का समर्थन करना। इनमें से पानी के अभाव वाले 5 क्षेत्र भारत में हैं, जहाँ के लिये पीएण्डजी इंडिया बड़े पैमाने पर समुदायों और पर्यावरण के फायदे के लिये जल संसाधनों की बहाली और पुनरूद्धार द्वारा सार्थक प्रभाव लाना चाहती है।

Related posts:

मोहल्ला नूरनगरी कमेटी के चुनाव में मो. रईस खान सदर और मो. जमील सेक्रेटरी
मानव सेवा समिति के प्रकाश वर्डिया अध्यक्ष, शिवरतन तिवारी सचिव बने
एचडीएफसी बैंक ने पूरे भारत में 100 नई शाखाएं खोली
अणुव्रत अमृत महोत्सव पर इको फ्रेंडली फेस्टिवल कार्यक्रम आयोजित
In a global first, Vedic passages in pictorial form displayed at Arya Samaj’s Navlakha Mahal
हिन्दुस्तान जिंक को खनन क्षेत्र में देश की पहली महिला माइन रेस्क्यू प्रशिक्षित टीम का गौरव
एचडीएफसी बैंक ने प्रतिबंध हटने के बाद 4 लाख से अधिक कार्ड जारी किए
केविनकेयर के “इनोवेटिव हेयर कलर ब्रैंड” इंडिका ने अक्षय कुमार और इलियाना डिक्रूज को अपना ब्रैंड एंबे...
श्रीरामलला के द्वार पर राजस्थान सरकार
डॉ. छापरवाल को मिली फेलो ऑफ इंडियन कॉलेज ऑफ फिजीशियन की मानद उपाधि
पुलिस लाइन में लगाए 154 पौधे
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी पहुँचे प्रताप गौरव केन्द्र

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *