उदयपुर। पिम्स हॉस्पिटल, उमरड़ा में चिकित्सकों ने गुजरात से आये बहुत कम वजन वाले जुडवाँ शिशुओं का सफल उपचार किया है। पिम्स हॉस्पिटल के चैयरमेन आशिष अग्रवाल ने बताया कि डॉ. अंकितकुमार पंचाल के नेतृत्व में 8वें महिने में पैदा हुए नवजात शिशुओं को 22 दिन एनआईसीयू में रखने के बाद सफलतापूर्वक घर भेजा गया। समय पूर्व जन्में नवजात शिशुओं का वजन सामान्य वजन तक पहुंचाना एक जटिल व लम्बा श्रम रहता है। इनमें इन्फेक्शन और दूध पचाना मुख्य बाधायें डालते हैं, साथ ही फेफड़े का परिपक्व ना होना भी एक बड़ी समस्या होती है। दोनों का श्वसन तंत्र कमजोर था। उनमें फेफड़ें परिपक्व करने के लिए (कृत्रिम फेफड़े परिपक्व करने का प्रवाही) को फेफड़े में डाला था। बिना मोरजीडीटी पिम्स दोनों बच्चों को सफलतापूर्वक घर पर भेजने में सक्षम रहा। बच्चों का उपचार चिरंजीवी योजना के तहत नि:शुल्क किया गया। सफल उपचार में पीड्रियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक पाराशर, डॉ. राहुल खत्री, डॉ. प्राज्ञी टींगरा, पीड्रियाट्रिक रेजिडेन्ट डॉ. वैशाली, डॉ. नेहा, डॉ. तनय, डॉ. अमिता, डॉ. शुभाजीत, एनआईसीयू इंचार्ज अशोक, वर्षा, राशि, दीपक, लोकेश, अमित, शिव, रेखा, हुकुम, प्रियंका, सरवन, रीना, छगन व भंवर नर्सिग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पिम्स हॉस्पिटल, उमरड़ा में गुजरात के नवजात जुड़वाँ शिशुओं का सफल उपचार
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