उदयपुर। विद्युत मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उपक्रमों का एक संयुक्त उद्यम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) और राजस्थान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग (डिओआईटी एवं सी), के अंतर्गत कार्यरत राजकॉम्प इंफो सर्विसेज लि. (आरआईएसएल) राज्य में एक महत्वपूर्ण ऊर्जा दक्षता पहल को बढ़ावा दे रहे हैं। ईईएसएलऔर आरआईएसएल ने मिलकर व्यापक ई-मित्र नेटवर्क का उपयोग करने के लिए सहयोग किया है, ताकि ऊर्जा दक्ष समाधान को प्रोत्साहित और राजस्थान भर में जनसेवा वितरण को सुदृढ़ किया जा सके।
राज्य भर में 75,000 ई-मित्रों के व्यापक नेटवर्क है। इस वजह से यह ईईएसएल के ऊर्जा दक्ष समाधानों को राज्य के सबसे दूर-दराज इलाकों तक पहुंचाने का एक प्रभावशाली माध्यम है। ई-मित्र के व्यापक नेटवर्क की वजह से यह सुनिश्चित होता है कि ये उत्पाद और समाधान सभी के लिए सुलभ हों। ई-मित्र नेटवर्क का यह नवाचारी मॉडल देश की ऊर्जा दक्षता यात्रा को बदल सकता है।
इसके तहत, ईईएसएलराजस्थान के लोगों के लिए अपनी ऊर्जा दक्ष उपकरणों की श्रृंखला लेकर आ रहा है, जिसमें बीईई5-स्टार बीएलडीसीफैन, बीईई5-स्टार एयर कंडीशनर, इंडक्शन कुकटॉप, बीईई5-स्टार 6वाट का एलईडीबल्ब और एलईडीइंटीग्रेटेड बैटन ट्यूब लाइट शामिल हैं। ये उत्पाद वर्तमान में ईईएसएलमाई डॉट इन पर उपलब्ध हैं और साथ ही ई-मित्र केंद्रों के माध्यम से भी प्रदान किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य ईईएसएल के ऊर्जा दक्ष उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाना और लोगों को रियल-टाइम अनुभव प्रदान करना है। आज की डिजिटल समझ रखने वाली आबादी को ध्यान में रखते हुए, ईईएसएलऔर आरआईएसएल विभिन्न पहलों के माध्यम से खरीद प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिनमें एफिलिएट मार्केटिंग भी शामिल है। इससे उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा दक्ष उत्पादों को एक्सप्लोर करना एवं अपनाना और भी आसान हो जाएगा।
इन उपकरणों को अपनाकर, घरेलू उपभोक्ता बिजली बिलों में महत्वपूर्ण बचत कर सकते हैं, जिससे उनका वित्तीय बोझ कम होगा। इसके अलावा, ऊर्जा दक्ष उपकरणों को अपनाने से ऊर्जा खपत में कमी आती है, कार्बन उत्सर्जन घटता है और यह पर्यावरण संरक्षण में योगदान होता है। साथ ही, यह भारत के 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी सहायक साबित होगा। ईईएसएल-आरआईएसएलकी साझेदारी राजस्थान के पर्यावरण-अनुकूल भविष्य की यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो यह सुनिश्चित करती है कि ऊर्जा दक्षता के लाभ प्रत्येक घर तक पहुंचे, जनकल्याण बढ़े और राज्य को अधिक ऊर्जा दक्ष बनाने में योगदान मिलें।