उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण का 49वां दीक्षा दिवस युवा दिवस के रूप में शासनश्री मुनि सुरेशकुमार के सान्निध्य में अ.भा.ते.यु.प. के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद उदयपुर के बेनर तले सेक्टर 11 स्थित महावीर भवन में समाराहपूर्वक आयोजित हुआ।
नमस्कार महामंत्रोच्चारण से शुरू हुए कार्यक्रम में मुनि सुरेशकुमार ने कहा कि यह विषमताओं का दौर है। जहां बेटे अपने पिता की बात मानने से हिचकते हैं, उस दौर में आचार्य महाश्रमण 800 साधु-साध्वियों व लाखों श्रावक-श्राविकाओं के अनुशास्ता हैं। यह इस युग का सौभाग्य है कि इस युग की कोख से आचार्य महाश्रमण जैसे विरल आराध्य का अवतार हुआ है। सरदारशहर की पुण्य धरा पर बालक मोहन ने वैराग्य रंग ओढ़ा और आचार्य तुलसी की अनुज्ञा से मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’ के कर कमलों से मुनि बनकर आत्मकल्याण व मानवता के कल्याण के लिए समर्पित हो गये।
मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ ने अपने संयोजकीय वक्तव्य में कहा कि सदियों तक धरती अपनी बेनुरी पर रोती है तब कहीं आचार्य महाश्रमण जैसे महान व्यक्तित्व धरती पर जन्म लेते हैं। अथाह करूणा, अंतहीन अनुकंपा, असीम निष्ठा को कहीं एक साथ अगर देखने का मन हो तो आचार्य महाश्रमण पर हमारी तलाश पूरी होगी।
कार्यक्रम में नेहा, रूसिका, अर्पिता जैन ने समूह गान जबकि पंकज जैन ने विजय गीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के जेटीएन प्रभारी अभिषेक पोखरना, मंत्र दीक्षा राष्ट्रीय सहप्रभारी अजीत छाजेड़, तेयुप अध्यक्ष मनोज लोढ़ा, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सीमा पोरवाल, के. एल. खोखावत, महावीर जैन संघ सेक्टर 11 के अध्यक्ष वीरेन्द्र जैन ने आचार्यश्री के प्रति अपनी मंगलकामनाएं व्यक्त कीं। आभार परिषद उपाध्यक्ष अक्षय बड़ाला ने ज्ञापित किया।
मुख्य नियोजिका विश्रुत विभा साध्वी प्रमुखा मनोनीत :
आचार्य महाश्रमण ने अपने 49वें दीक्षा दिवस पर तेरापंथ धर्मसंघ की नवम साध्वी प्रमुखा के रूप में मुख्य नियोजिका साध्वी विश्रुत विभा को मनोनीत किया। आचार्य प्रवर की घोषणा से तेरापंथ समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। उल्लेखनीय है कि आठवीं साध्वी प्रमुखा का दिल्ली में महाप्रयाण हो गया था।