उदयपुर। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित तेरापंथ महिला मंडल, उदयपुर के बैनर तले तेरापंथ भवन, बिजोलिया हाउस में ‘जाने समझे और करें प्रतिक्रमण, ‘ना हो हमसे फिर कोई अतिक्रमण’ पर प्रतिक्रमण कार्यशाला आयोजित की गई।
‘हो संकल्प सत्य शिव सुंदर ऊंची एक उड़ान भरे’ प्रेरणा गीत से शुरू हुई कार्यशाला को में आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासनश्री मुनि सुरेशकुमार ने कहा जीवन की यात्रा में चलते हुए भूलें हो ही जाती हैं। वह भूलें आत्मा को धूल धूसरित कर देती हैं। प्रतिक्रमण स्नान है आत्मा का। गर्मी में कई बार दो-तीन बार हम स्नान कर लेते हैं। शरीर की सफाई के तो सारे प्रयत्न हो रहे हैं मगर आत्मा की सफाई के लिए प्रयत्न शून्य में झांक रहे हैं। प्रतिक्रमण आत्मा में हुए छिद्रों को बंद कर देता है। इससे पाप के आने की संभावना समाप्त हो जाती है। हिंसा मन से होती है। वाणी से और शरीर से भी होती है। प्रतिक्रमण अतीत के हुए अतिक्रमण से वापस लौटने की पुनीत प्रक्रिया है। ध्यान रहे की शुद्ध मन से अपने दोषो के लिए ‘मिच्छामी दुक्कड़मं’ अवश्य कहे। ताकि आत्मा की पवित्रता बनी रहे। कपड़ों पर लगे धब्बों को उतारने के लिए बाजार में ढेरों विकल्प हैं मगर आत्मा में लगे धब्बों को मिटाने का केवल एक ही विकल्प है, प्रतिक्रमण। जीवन की अस्त व्यस्तता के बीच आत्मा का ख्याल रखें ताकि कर्म कमजोर होकर मोक्ष का रास्ता प्रशस्त हो जाए।
मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ ने कहा कि जुलाई रिटर्न भरने का समय है। एक पैसे का भी हिसाब ना मिले तो मन बेचैन हो उठता है। आत्मा का भी अकाउंट रोज मिलाए वरना कषायों का ब्याज बढ़ते-बढ़ते एक दिन हमें ऐसे मोड़ पर ले जाकर खड़ा कर देगा है जहां हम खुद के भी नहीं रह पाते हैं। प्रतिक्रमण ना छोटा होता है ना बड़ा। छह आवश्यक बारह व्रत सब के बराबर है। 48 मिनट की समय सीमा में प्रतिक्रमण करना आगम की नीति है। उन्होंने मिच्छामी दुक्कड़मं और क्षमा याचना के बीच फर्क समझाते हुए कहा तन और मन से लगे दोषों के आंतरिक प्रायश्चित रूप मिच्छामि दुक्कड़मं और व्यावहारिक अविनय के लिए क्षमा याचना होती है।
प्रारंभ में स्वागत मंडल अध्यक्षा श्रीमती सीमा पोरवाल ने किया। आभार मंत्री श्रीमती दीपिका मारू ने ज्ञापित किया।
तेयुप का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को :
तेरापंथ युवक परिषद के नव मनोनीत अध्यक्ष अक्षय बडाला के नेतृत्व की नई टीम का शपथ ग्रहण समारोह रविवार 24 जुलाई को प्रात: 8. 45 बजे मुनि सुरेशकुमार के सान्निध्य में आयोजित होगा।