सकारात्मक सोच से होगा जीवन सफलः प्रशान्त अग्रवाल

उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान में तीन दिवसीय ‘अपनों से अपनी बात’ प्रोग्राम का हिरण मगरी में समापन हुआ। इस समारोह के मुख्य वक्ता के रूप में संस्थान अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल ने बोलते हुए कहा सकारात्मक सोच किसी भी व्यक्ति के जीवन में आशावादी दृष्टिकोण विकसित कर सकती है। सकारात्मकता व्यक्ति को चुनौतियों से उबरने व अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम व सफल बनाती है।
उन्होंने कहा सकारात्मक सोच जीवन में खुशी, संतोष और सफलता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इस दौरान अध्यक्ष अग्रवाल ने रिवा (म.प्र.) के अम्बिका प्रसाद, उत्तराखण्ड के सोनू व हिमाचल प्रदेश के महेन्द्र से परिचर्चा की। कृत्रिम हाथ-पैर से नई जिन्दगी शुरू करने वाले दिव्यांगों को शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने विभिन्न राज्यों से उपचार के लिए आए दिव्यांगों को प्रेरित करते हुए उनसे कहा दिव्यांगता पर विजय पाने के लिए कठिन परिश्रम और सकारात्मक सोच जरूरी है। संस्थान आपके विकास के लिए काई कसर नहीं छोड़ेगी।
दिव्यांगों ने कृत्रिम अंग पहनकर परेड की। कुछ बच्चों ने अध्यक्ष के साथ अपने भावी सपनों को साझा भी किया। इस तीन दिवसीय समारोह में सहयोग करने वाले भामाशाहों का अभिनन्दन किया गया तथा महाराणा प्रताप की शौर्य गाथा पर भी प्रकाश डाला गया।

Related posts:

बाल सुरक्षा नेटवर्क की जिला स्तरीय बैठक

सदियों तक धरती तपस्या करती है तब जन्म लेते हैं महापुरुष : मुनि सुरेशकुमार

प्रकटेश्वर महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत शोभायात्रा एवं कलशयात्रा का आयोजन

Hindustan Zinc saves over 1 lakh GJ of energy in FY25; enough to power nearly 19,000 households annu...

केनरा बैंक 50 दिव्यांगों को लगवाएगा कृत्रिम हाथ-पैर

Udaipur Municipal Corporation organises workshop on Pre-school Education under Parents+ programme

वेदान्ता के निदेशक ने देखी नारायण सेवा

विक्रमादित्य चौफला रैकेटलॉन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

लाल वेश, स्वर्णाभूषण और भक्ति की चमक: महालक्ष्मी के प्राकट्योत्सव में सजी आध्यात्मिक आभा

मुदित व अदिति ने सूचना केन्द्र में भेंट की 16 उपयोगी पुस्तकें

श्री वल्लभ कुल में ब्रज स्थित तुलसी क्यारे का महत्व.......

तेरापंथ धर्मसंघ के वार्षिक अधिवेशन में अर्जुन खोखावत अध्यक्ष, विनोद कच्छारा मंत्री बने