वेदांता ने ट्रांसजेंडरों के लिए अपनाई अनूठी समावेशन नीति

उदयपुर। वेदांता समूह की कंपनियां अपने कार्यस्थल में समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देने की ओर निरंतर अग्रसर है। विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने पर केन्द्रित हिन्दुस्तान जिंक द्वारा आयोजित लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ एक इंटरैक्टिव जागरूकता सत्र के दौरान इस नीति की घोषणा की गई। वेदांता की सभी इकाइयों के कर्मचारियों के साथ इस सत्र में हिंदुस्तान जिंक की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की गैर कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर एवं जिंक बिजनेस वेदांता के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा मौजूद रहे। कंपनी ने प्राइड मंथ को समारोहपूर्वक मनाते हुए कार्यकर्ता अभिनेत्री भरतनाट्यम डांसर प्रेरक वक्ता और उद्यमी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और फस्र्ट रनर&अप मिस ट्रांसक्वीन एला डे वर्मा को जागरूकता अभियान जिंक्लयूज़न में आमंत्रित किया।
कार्यक्रम में प्रिया अग्रवाल ने वेदांता समावेशन नीति के तहत कंपनी में कार्यरत ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए चिकित्सा लाभ नीतियों एवं चिकित्सा के दौरान अवकाश की घोषणा की। कार्यस्थल पर समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देने के प्रयास में वैश्विक स्तर पर विविध प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता लिमिटेड कंपनी के ट्रांसजेंडर कर्मचारियों हेतु व्यापक नीति के हिस्से के रूप में चिकित्सा के दौरान 30 दिवस का अवकाश और सर्जरी के लिए 2 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता के रूप में अतिरिक्त चिकित्सा लाभ प्रदान की जाएगी।
सत्र के दौरान प्रिया अग्रवाल ने कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का संपूर्ण वेदांता परिवार के साथ अपने अनुभव साझा करना हमारे लिये प्रतिष्ठा का विषय है। मुझे यह देखकर खुशी हुई कि हम विविधता समानता और समावेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपने कर्मचारियों के हित और सफलता में योगदान देने की दिशा में निरंतर सक्रिय कदम उठा रहे है। हमारा लक्ष्य एक समावेशी कार्यस्थल का निर्माण करना है और इसके प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और अधिक बढ़ाना है। हमारी समावेशन नीति के हिस्से के रूप में हमारे ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए चिकित्सा लाभ नीतियांे की घोषणा समानता की ओर हमारा एक ओर कदम है।
जिंक्ल्यूजन में सत्र को संबोधित करते हुए लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हम सभी में खुद से प्रेम करने की क्षमता होनी चाहिए क्योंकि मेरा मानना है कि इससे हमारी स्वयं नजरों में गरिमा बढ़ती है। त्रिपाठी ने कहा कि जीवन सीखने की एक सतत यात्रा है और हम जो भी निर्णय लेते है उसके साथ सदैव अडिग रहने के लिये हर अवसर को स्वीकार करने में विश्वास करना चाहिए। वेदान्ता हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जेंडर इक्वलिटी के लिये उठाए कदम अनुकरणीय है। मुख्यधारा की भूमिकाओं में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को शामिल होते देखना मुझे बेहद खुशी और गर्व की अनुभूति कराता है। वेदांता हिंदुस्तान जिंक द्वारा अपने ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए घोषित चिकित्सा लाभ नीतियां पूरे संगठन में समावेशिता को अपनाने में सहायक होगी। यह समानता लाने और सभी के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता को दोहराता है।
नई नीति के साथ ही वेदांता निरंतर प्रशिक्षण और कार्यशालाओं के माध्यम से विविधता समावेश और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने में सबसे अग्रणी है। इन पहलों का उद्देश्य कर्मचारियों को सभी के लिए एक समावेशी कार्यस्थल बनाने के महत्व के बारे में शिक्षित और संवेदनशील बनाना है। कंपनी ने 2050 तक 40 प्रतिशत समावेशिता बेंचमार्क हासिल करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।

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