जिंक फुटबॉल के मोहम्मद कैफ ने भूटान में अंडर-16 कप में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई

उदयपुर। भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में राजस्थान की मौजूदगी का 40 साल का लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। उदयपुर स्थित जिंक फुटबॉल अकादमी के मोहम्मद कैफ ने भूटान में सैफ अंडर-16 चैंपियनशिप में भारत के विजयी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज करा लिया है। राजस्थान के मकराना शहर के रहने वाले 15 वर्षीय मोहम्मद कैफ को 2018 में हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर पहल, जिंक फुटबॉल अकादमी द्वारा स्काउट किया गया था। अकादमी से राष्ट्रीय टीम तक कैफ की यात्रा हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।


हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि हम पूरी भारतीय अंडर -16 टीम और जिंक फुटबॉल अकादमी के खिलाड़ी मोहम्मद कैफ को प्रतिष्ठित सैफ चैंपियनशिप जीतने पर बधाई देना चाहते हैं। जिंक फुटबॉल के अस्तित्व के केवल 5 वर्षों में हमने राजस्थान से एक राष्ट्रीय प्रतिभा पैदा की है और हम पूरे दिल से देश के लिए ऐसी और प्रतिभाएँ पैदा करने के लिए अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। यह तो एक शुरूआत है।
वेदांता स्पोट्र्स के अध्यक्ष अनन्य अग्रवाल ने कहा कि हमें कैफ पर गर्व है। ऐसी असाधारण प्रतिभाओं को निखारने के लिए हमारे प्रशिक्षण और अन्य योजनाओं में जो कड़ी मेहनत की जाती है, वह जमीनी स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालने और राजस्थान के स्थानीय समुदायों में युवाओं को और अधिक सशक्त बनाने की दृष्टि से प्रेरित है। भारतीय फुटबॉल के उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर हस्तक्षेप अत्यंत महत्वपूर्ण है और हम अपने जिंक फुटबॉल प्रोजेक्ट के अब तक के परिणामों से रोमांचित हैं।
भारत ने 2023 सैफ अंडर-16 चैंपियनशिप के फाइनल में बांग्लादेश को 2-0 से हराया और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अजेय रहा। डिफेंडर कैफ ने टीम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी चार मैचों में क्लीनशीट बरकरार रखी और मालदीव के समक्ष सेमीफाइनल में एक महत्वपूर्ण गोल किया। कैफ ने बांग्लादेश के खिलाफ टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबले में भारत की कप्तानी भी की।
उल्लेखनीय है कि मोहम्मद कैफ से पहले, जिंक फुटबॉल अकादमी के साहिल पूनिया और आशीष मायला अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, और साहिल ने पिछले साल उसी सैफ चैंपियनशिप में पदार्पण किया था। हिंदुस्तान जिंक अपनी जिंक फुटबॉल पहल के माध्यम से राजस्थान में फुटबॉल क्रांति की शुरुआत कर रहा है। यह अपनी तरह का एक अनोखा जमीनी स्तर का विकास कार्यक्रम है जो फुटबॉल को सामाजिक और सामुदायिक विकास के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग करता है और यह सुनिश्चित करता है कि छोटे बच्चों को फुटबॉल के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त करने के लिए एक मंच मिले।

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