स्वावलंबन की सखी महिलाओं के बढ़ते कदम, बैंक द्वारा 1 करोड की ऋण सुविधा

उदयपुर : हिन्दुस्तान जिंक द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिये संचालित सखी परियोजना से जुडी महिलाओं के कदम अब स्वावलंबन की ओर बढ़कर सफलता की ओर अग्रसर हो रहे है। हिन्दुस्तान जिंक देबारी के 40 सखी महिला समूहों को राजस्थान मरूधरा ग्रामीण विकास बैंक द्वारा 1 करोड 1 लाख रूपये का ऋण प्रदान किया गया।
हनुमान वन विकास समिति साकरोदा कार्यालय पर राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक, हनुमान वन विकास समिति, हिन्दुस्तान जिंक, मंजरी फाउंडेशन व् प्रेरणा उदय फाउंडेशन के सयुक्त त्तत्वावधान में बैंक लिंकेज का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे 40 समूहों को कुल 1 करोड़ 1 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया। यह ऋण स्वयं सहायता समूहों की लगभग 280 महिलाओं को कृषि और पशुधन आधारित आजीविका सृजन गतिविधियों के लिए 30 हजार से 50 हजार तक स्वीकृत किए गए हैं। पशुधन की खरीद, ट्यूबवेल, फार्म बाड़ लगाना, डेयरी व्यवसाय, कृषि उपकरण की खरीद, किराने, सिलाई सौंदर्य प्रसाधन की दुकानें आदि जैसे व्यक्तिगत स्तर के सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना और ब्यूटी पार्लर, टिफिन सेवाएं, डेयरी व्यवसाय, साउंड सिस्टम सेवाएं आदि जैसे सेवा-आधारित उद्यम स्थापित करने की दिशा में यह ऋण उपयोग में लिया जाएगा।
कार्य्रक्रम में मुख्य अथिति राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक आशुतोष कुमार, देबारी ब्रांच मेनेजर रोहित त्रिपाठी, साकरोदा ब्रांच मेनेजर केशव दाधीच, पूर्व शाखा प्रबंधक सुरेंद्र सिंह बालोत प्रेरणा उदय फाउंडेशन से अशोक पुरोहित हनुमान वन विकास समिति से राजकरण यादव, देबारी जिं़क स्मेल्टर सीएसआर अधिकारी अरुणा चीता एवं मंजरी फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सखी लक्ष्मी महासंघ की अध्यक्ष फेफली बाई एव सखी प्रेरणा फेडरेशन की अध्यक्ष दुर्गा नागदा, सचिव राजकुंवर सहित 520 सखी महिलाओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में आरएमजीबी क्षेत्रीय प्रबंधक आशुतोष कुमार ने महिलाओ समूहों को कम ब्याज दर से ऋण उपलब्ध होने की जानकारी दी। फेडरेशन ने सखी परियोजना के तहत प्रदान किए गए सहयोग और क्षमता निर्माण के साथ 6 वर्षों की अवधि में बैंकों से 11 करोड़ रुपये के क्रेडिट लिंकेज का प्रबंधन किया है।
सखी परियोजना हिंदुस्तान जिंक द्वारा 2017 में प्रारंभ किया गया था, तब से राजस्थान और उत्तराखंड के 6 जिलों और 201 गांवों में 27 हजार से अधिक महिलाओं को सूक्ष्म वित्त, आजीविका विकास, स्थापना के लिए सहायता प्रदान कर लाभान्वित किया गया है। महिलाओं के स्वामित्व और प्रबंधन वाले सूक्ष्म उद्यम और महिलाओं की क्षमता निर्माण प्रशिक्षण सखी परियोजना के तहत् संचालित किये जा रहे है।

Related posts:

सनातन परंपरा और गांधीजी केवल भारत में ही हो सकते हैं : आरिफ मोहम्मद खान
Forging India's Future: The Harmonious Symphony of Steel and Zinc in Infrastructure Development
एचडीएफसी बैंक ने 2 विशेष कार्यकाल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाएं शुरू कीं
उदयपुर में खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित परिवारों को फूड पैकेट वितरित
DP World launches ‘SARAL’ afirst-of-its-kinddedicated rail freightservice connecting Hazira to Delhi...
आनंद वृद्धाश्रम का अवलोकन
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जावर में सीएसआर के तहत् होगें जीर्णाेद्धार और निर्माण कार्य
मीडिया शिक्षा के 100 वर्षों की यात्रा पर विशेषांक
मंगल को कोरोना संक्रमण उम्मीद से कम मंगलकारी रहा, 107 संक्रमित आए, 440 ठीक हुए
दो दिवसीय राष्ट्रीय कृष्णमयी संगोष्ठी का हुआ छंदमयी समापन
आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित इकाई के पेवर ब्लॉक से निर्मित कलडवास से मुख्य आयड नदी तक 600 मीटर सडक...
महावीर युवा मंच के महिला प्रकोष्ठ में मधु सुराणा अध्यक्ष, शुभा हिंगड़ महासचिव बनी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *