उदयपुर : इंडियन साइकिएट्रिक सोसायटी (राजस्थान शाखा) का 40वां वार्षिक सम्मेलन “रजसाइकॉन 2025” शिक्षा नगरी कोटा में भव्य रूप से आयोजित किया गया। इस वर्ष का विषय “सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, कल्याण और एकजुटता” रहा, जिसमें विशेषज्ञों ने सामुदायिक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
पीआईएमएस के चेयरमैन आशीष अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक नमन अग्रवाल, डीन प्रो. सुरेश गोयल और मेडिकल डायरेक्टर डॉ. कमलेश शेखावत ने मनोचिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीण खैरकर और उनकी टीम को शानदार प्रस्तुतियों और उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
डॉ. दिव्या चड्ढा को “गर्भवती माताओं में अधिकारहीन दुःख (disenfranchised grief) के दौरान मानसिक असुरक्षा बायोमार्कर्स” पर अपने शोधपत्र के लिए 500 से अधिक दर्शकों से सराहना मिली। डॉ. नीलांका घोष ने “अल्कोहलिक पेशेंट्स में वर्निके एन्सेफालोपैथी पर ट्रांसडायग्नोस्टिक दृष्टिकोण” पर सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पुरस्कार जीता। डॉ. अदिति जैन ने “मिथोट्रेक्सेट से प्रेरित हाइपोएक्टिव डिलीरियम” पर पोस्टर प्रस्तुत किया। यह सफलता पीआईएमएस मनोचिकित्सा विभाग के लिए गर्व का विषय है — जहाँ प्रौद्योगिकी और शिक्षण का संगम भविष्य के मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों को प्रेरित कर रहा है।
पीआईएमएस के मनोचिकित्सा विभाग के रेजिडेंट्स ने रजसाइकॉन 2025 में बिखेरी चमक
