धातु एवं खनन क्षेत्र में एशिया-पेसिफिक में प्रथम स्थान पर कायम
उदयपुर। भारत की एकमात्र एवं विश्व की अग्रणी जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक को धातु एवं खनन क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी के लिए विश्व प्रसिद्ध प्रतिष्ठत संस्था डॉउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में सूची में 5वां स्थान मिला है। कंपनी विश्व स्तर पर पर्यावरण क्षेत्र में प्रथम और एशिया-पेसिफिक धातु एवं खनन क्षेत्र में प्रथम रही है।
कंपनी को हरित कार्यों और स्थायी संचालन के प्रति प्रतिबद्धता हेतु विश्व स्तर पर मान्यता खनन और धातु क्षेत्र में 81 कंपनियों के मूल्यांकन में डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2021 में विश्व स्तर पर प्रमाणित करते हुए सम्मानित किया है। जिंक ने सूचकांक में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपनी पहली रैंक बरकरार रखी है। जिंक का कुल स्कोर पिछले वर्ष की तुलना में 74 से 76 है, एवं कंपनी विश्व में शीर्ष 5 कंपनियों में से एक है।
जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि यह रैंकिंग ग्रीन अभियान के प्रति हमारे प्रयासों और व्यावसायिक व्यवहारों में ईएसजी के सभी तत्वों को शामिल करने की मान्यता है। हम इसे एक अवसर के रूप में लेते हुए ईएसजी हेतु नए मानदंड स्थापित कर ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए अग्रणी और नए बैंचमार्क हेतु सतत् प्रयास जारी रखेंगे। जिंक उच्चतम ईएसजी मानकों को बनाए रखने, जलवायु, जल एवं ऊर्जा के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करता है। कंपनी सतत विकास के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है और अगले पांच वर्षों में अपने संचालन में गो ग्रीन के लिये 1 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना है। जिंक की सभी रैंकिंग खनन और धातु क्षेत्र में है एवं कंपनियों के एसएंडपी ग्लोबल ईएसजी स्कोर पर आधारित है, जो 12 नवंबर 2021 को घोषित वार्षिक एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) के परिणामस्वरूप है।