जिलाधीश ने किया निःशुल्क शल्य चिकित्सा कैम्प का उदघाटन

उदयपुर। दिव्यांग, पीड़ित, वंचित एवं निराश्रित की सेवा ही अपने इष्ट के प्रति समर्पण है। यह बात जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने नारायण सेवा संस्थान में दिव्यांग बच्चों के निःशुल्क ऑपरेशन शिविर उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने जन्मजात एवं पूर्व पोलियो ग्रस्त बच्चों व युवाओं की सुधारात्मक सर्जरी, दिव्यांगों के लिए चल रहे विभिन्न रोजगारपरक प्रशिक्षण, मूक-बधिर बच्चों की हस्तशिल्प कार्यशाला, प्रज्ञा चक्षु बालकों की डिजिटल कक्षाओं, कैलीपर एवं कृत्रिम अंग निर्माण वर्कशॉप आदि को देखा और आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन वंचितों की सर्वांग सेवा में योजनाओं के माध्यम से सहभागिता करेगा। साथ ही विभिन्न प्रांतों से सर्जरी के लिए आए दिव्यांगों से बातचीत की एवं फल वितरण किया।
संस्थापक चेयरमैन पद्मश्री कैलाश ’मानव’ ने जिला कलेक्टर का स्वागत करते हुए प्रमुख सेवा प्रकल्पों की जानकारी दी। अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने उन्हें बताया कि संस्थान अब तक 427850 दिव्यांगों के निःशुल्क ऑपरेशन व 20362 कृत्रिम अंग लगा चुका है। निदेशक वंदना अग्रवाल ने कोटड़ा-झाड़ोल क्षेत्र में जिला प्रशासन की सहभागिता से संपन्न 3 माह के महिला एवं शिशु सुपोषण कार्यक्रम की जानकारी दी।
जिला कलक्टर को मूक-बधिर बालकों कालू गरासिया व आशीष मीणा ने अपने हस्तशिल्प भेंट किये। राज्य एवं जिला स्तर पर विभिन्न खेलों में पदक प्राप्त बालगृह के 6 बालकों को जिला कलेक्टर ने सम्मानित किया। इस दौरान कमलादेवी अग्रवाल, डॉ. मानसरंजन साहू, विष्णु शर्मा हितैषी, भगवान प्रसाद गौड़, दल्लाराम पटेल, रोहित तिवारी, महिम जैन, कुलदीप शेखावत मौजूद थे

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