भीलवाड़ा। साल 2020 में, कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन की वजह से, बहुत सारे लोगों को वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों की नौकरियां मुश्किल में पड़ गयीं। छोटे व्यापारी और उनकी दुकानें बंद होने को मजबूर हो गयीं जिससे आम रिटेलर्स को भी बहुत नुकसान उठाना पड़ा लेकिन जो रिटेलर्स पेनियरबाय के साथ वित्तीय सेवा दे रहे थे, उनकी स्थिति अन्यों से बेहतर रही। इस संकट की घड़ी में आमलोगों तक वित्तीय सहायता पहुँचाकर पेनियरबाय से जुड़े सारे रिटेलर्स अपनी नेशनल ड्यूटी निभा रहे थे। पेनियरबाय एक ऐसा एप्प है जिससे पैसे भेजने और निकालने, आधार बैंकिंग, बिल भुगतान, मोबाइल रिचार्ज, डिजिटल पेमेंट और इंश्योरेंस जैसी सारी सुविधाएं नज़दीकी लोगों तक पहुँचाई जा सकती है। अपनी आमदनी बढ़ाने का ये बहुत आसान तरीका है और इसमें किसी इन्वेस्टमेंट की भी ज़रूरत नहीं। आज देशभर में 15 लाख से भी ज़्यादा रिटेलर्स पेनियरबाय के साथ जुडक़र 15 करोड़ ग्राहकों को सेवा दिला रहे हैं। इनको डिजिटल प्रधान के नाम से जाना जाता है क्यूंकि ये देश को डिजिटल रूप से सक्षम बना रहे हैं।
भीलवाड़ा के मनोज पारीक पेनियरबाय के साथ 2018 से जुड़े हैं। उन्होंने पेनियरबाय के एक रिटेलर के तौर पर ही शुरुआत की थी, लेकिन सिर्फ 3 सालों में अपनी आगे बढऩे की जि़द्द से आज मनोज पेनियरबाय के सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बन गए हैं। आम लोगों की सोच जहाँ ख़त्म होती है, एक ऑनत्रेप्रेन्योर या उद्यमी की सोच वहां से शुरू होती है। भारत के सभी गाँवों की तरह, भीलवाड़ा में भी सीमित बैंक शाखाएं और सीमित एटीएम होने की वजह से बैंकिंग सेवाओं के लिए लोगों को लम्बा सफऱ तय करना पड़ता था। मनोज को इस समस्या का हल पेनियरबाय एप्प में बड़ी आसानी से मिल गया। अपनी दुकान, एमएनसी केयर पर मनोज पेनियरबाय की मदद से भीलवाड़ा के लोगों तक आसान कैश विथड्रॉवल, कैश डिपॉजि़ट, बचत खाता और इंश्योरेंस जैसी सेवाएं उपलब्ध करवाने लगे। किसी भी बैंक खाते में ग्राहक के पैसे को पहुँचाकर, पेनियरबाय के सुरक्षित प्लेटफ़ॉर्म से मनोज उनकी मदद करने लगे और अपने क्षेत्र में मल्टी-बैंक सर्विस सेंटर के रूप में अपनी पहचान बनाई। ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक ये सेवाएं पहुँच सकें, इसलिए मनोज ने पेनियरबाय की सुपर डिस्ट्रीब्यूटरशिप हासिल की और भीलवाड़ा में बाकी रिटेलर साथियों को भी पेनियरबाय प्लेटफ़ॉर्म में शामिल करने लगे। इससे मनोज को सुपर डिस्ट्रीब्यूटरशिप के कमीशन के साथ-साथ अपने दोस्तों और रिटेल बिरादरी की उन्नति का श्रेय भी मिलने लगा और भीलवाड़ा में उनकी काफी प्रसंशा होने लगी। मनोज की सफ़लता का पूरा श्रेय उनके समर्पण और कड़ी मेहनत को जाता है। आज, मनोज लगभग 50,000 रूपये प्रतिमाह का मुनाफ़ा कमा रहे हैं। उन्होंने अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दिलाने के लिए एक सक्षम टीम बना रखी है, जो हर रिटेलर को ट्रेनिंग और बेहतर सेवाएं देने में मदद करती है।
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