डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को कुलगुरु ने मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच गद्दी पर बैठाया

श्रीएकलिंगनाथजी, जगदीश मंदिर में किए दर्शन
उदयपुर (डॉ. तुक्तक भानावत ):
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को कुलगुरु डॉ. वागीश कुमार गोस्वामी ने बुधवार को मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच गद्दी पर बैठाया। इसके बाद डॉ.लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कुलगुरु सहित सभी संत-महात्माओं का आशीर्वाद लिया।


गद्दी की पूजा-अर्चना कर विराजमान होने के बाद डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने श्रीएकलिंगनाथजी की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर आशीर्वाद लिया। धूणी दर्शन किए। इसके बाद अश्व पूजन किया। शाम को उन्होंने एकलिंगनाथजी मंदिर में दर्शन किए। यहां शोक भंग की रस्म निभाई गई। रात में पगड़ी का रंग पलटाई दस्तूर हुआ। आखिर में जगदीश मंदिर में दर्शन किए।
सिटी पैलेस परिसर में प्रातः 9:30 बजे हवन-पूजन शुरू हुआ था। ओडिशा के डिप्टी सीएम और डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के ससुर कनकवर्धन सिंह, जाने-माने कवि-एक्टर शैलेश लोढ़ा सहित गणमान्य लोग सिटी पैलेस पहुंच चुके थे।

सिटी पैलेस स्थित नौ चौकी महल के राय आंगन में सभी लोग सफेद रंग के कपड़े पहनकर आए। डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने सफेद कपड़ों में विधि-विधान से गद्दी उत्सव की परंपरा निभाई। इस दौरान लक्ष्यराज के बेटे हरितराज सिंह ने संतों का आशीर्वाद लिया।
इसके बाद शंभू निवास में दोपहर करीब 3 बजे डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बेटे हरितराज के साथ अश्व पूजन किया।
शाम 6 बजे डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ कैलाशपुरी स्थित एकलिंगनाथजी मंदिर दर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसके बाद शोक भंग की रस्म निभाई गई, जिसमें पगड़ी का रंग भी बदला गया।


एकलिंगनाथजी मंदिर में दर्शन से पहले उन्होंने तालाब पूजन किया। कैलाशपुरी की महिलाओं ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई।
एकलिंगजी से आने के बाद रात 7:30 बजे डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने हाथीपोल द्वार का पूजन किया। पूजन के बाद आमजन ने लक्ष्यराज का पुष्प वर्षा और माला पहनकर स्वागत किया।
रात 9 बजे सिटी पैलेस के दरबार हॉल में भाईपा और सरदारों का रंग पलटाई दस्तूर किया गया। सबसे पहले डॉ. लक्ष्यराज सिंह के परिवारजन और रिश्तेदारों की पगड़ी का रंग बदला गया। डॉ. लक्ष्यराज सिंह के ससुर और ओडिशा के डिप्टी सीएम कनक वर्धन सिंह ने इसकी शुरुआत कराई। इसके बाद लक्ष्यराज ने अपने रिश्तेदारों और समाज के प्रमुख लोगों को पाग भेंट की। पंडितों के मंत्रोच्चारण के साथ यह रस्म निभाई गई।
रात 10:15 बजे लक्ष्यराज सिंह ने जगदीश मंदिर में दर्शन किए। वे अपनी पत्नी निवृति कुमारी, बच्चे, ससुर और नजदीकी रिश्तेदारों के साथ यहां पहुंचे थे।

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