उदयपुर। गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स) को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा ग्रेड – ए के खिताब से नवाजा गया हैं। यह मान्यता शिक्षा के जगत में उदयपुर के साथ-साथ पूरे राजस्थान प्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि हैं। ज्ञात रहे कि दक्षिणी राजस्थान में गिट्स एक ऐसा महाविद्यालय हैं जो पूर्व में एन.बी.ए. एक्रीडेटेड था अब इसे (एनएएसी) ग्रेड -ए से भी नवाजा गया हैं।
संस्थान निदेशक डॉ. एन.एस. राठौड ने बताया कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) एक राष्ट्रीय एजेन्सी हैं जो यू.जी.सी. के तहत एक स्वयत निकाय हैं और उच्च शिक्षण संस्थानों ने संसाधनों का मूल्यांकन के साथ-साथ शिक्षा प्रणाली में नये-नये तरीकों, प्रोफेशनल केरियर में बढावा तथा शैक्षणिक कार्यक्रमों के विकास एवं सुधार के लिए गाइडलाइन प्रदान करता हैं। यह एक्रेडिटेशन भारत सरकार के प्रमुख विश्वविद्यालयों के वाईस चान्सलर एवं राजकीय महाविद्यालय के प्रमुखों द्वारा गहन अन्वेषण के बाद एनएएसी कॉन्सिल को अपनी रिपोर्ट देने तथा गिट्स महाविद्यालय द्वारा पिछले कई वर्षों से किये गये उत्कृष्ट कार्यों का वेरिफिकेशन तथा सभी मापदण्डों पर बेहतरीन प्रदर्शन अनुमोदन के आधार पर 05 वर्षो के लिए यह मान्यता प्राप्त हुई।
संस्थान में चल रहें शैक्षणिक कार्यक्रमों में इंस्टिट्यूट गर्वमेंट, क्वालिटी इंश्यारेंस, कम्पीटेंट फेकल्टी मेंम्बर्स, टेलेंटेड स्टुडेंट्स एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फेसिलिटिज़ के साथ-साथ टीचिंग लर्निंग प्रोसेस, शिक्षक छात्र का अनुपात, शोध कार्य, विद्यार्थियों को महाविद्यालय की तरफ से प्रदान की जाने वाली मूलभूत सुविधाओं, गुड गर्वेनेंस, प्लेसमेंट महाविद्यालय का समाज के प्रति योगदान, छात्रों के सर्वांगिण विकास के लिए प्रतिबद्धता तथा एकेडमिक एवं प्लसेमेंट के क्षेत्र में लगातार उन्नति जैसे 07 मापदण्डों पर तीन दिन तक चलने वाले गहन विश्लेषण एवं निरीक्षण के उपरान्त इनमें खरा उतरने पर दिया जाता हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में वर्तमान समय में केवल 15 इन्जिनियरिंग कॉलेज है जिनकों ग्रेड ए या उससे उपर मान्यता प्राप्त हैं जिसमें एन.बी.ए. के साथ-साथ एनएएसी का एक्रीडेशन हासिल हैं गिट्स उनमें से एक हैं। इस एक्रीडेशन से गिट्स महाविद्यालय राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ेगा जिससे छात्रों को मल्टीनेशनल कम्पनीज में प्लेसमेंट प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। साथ ही भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न सरकारी योजनाओं के सहायता के पात्र हो जायेंगे। गिट्स के उत्कृष्ट प्रदर्शन की बात करे तो पिछले 03 सालो से भारत सरकार द्वारा आयोजित हैकाथन में हो रही जीत विदित हो की हैकाथान भारत सरकार का एक प्लेटफोर्म जिसमें पूरे देश भर के विद्यार्थी तकनीकी माध्यम से रियल लाइफ प्रोबलम का सरल एवं उचित समाधान प्रस्तुत करते हैं। इनोवेटिव विद्यार्थियों को भारत सरकार की तरफ से एक लाख तक का पुरस्कार दिया जाता हैं जो पिछले 03 सालों से गिट्स इस पुरस्कार पर अपना कब्जा कायम रखा हैं।
गिट्स में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त 02 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लेब जिसमें गिट्स के साथ-साथ उदयपुर स्थित अन्य महाविद्यालयों के छात्र अपनी तकनीक ज्ञान का लाभ उठा रहें हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर की बात करे तो गिट्स में बन रहे भव्य इण्डोर स्टेडियम जहां विद्यार्थी विभिन्न प्रकार खेलों का आनन्द ले सकता हैं। विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के लिए विभिन्न नामचीन कम्पनीज के साथ एम.ओ.यू. जैसे जी.ई. हेल्थकेयर, पेसिफिक इण्डस्ट्री, वी.टु. सोल्युशन्स, जी.के.एम. आई.टी., अदविया, सिक्योर मीटर, थर्मेक्स एवं यू.एस.ए.डी. (यू.एस.ए. फण्डिंग एजेन्सी) इन कम्पनीज में छात्र कोर्स के दौरान ट्रेनिंग करता हैं साथ ही उसके लिए प्लेसमेंट का रास्ता खुल जाता हैं। गिट्स के इनोवेशन की उपलब्धि किसी से छुपी नही हैं। इस इनोवेशन लेब से विद्यार्थी प्रशिक्षित होकर पूरे देश में होने वाली टेक्नीकल कम्पीटिशन में अपने हुनर का जलवा बिखेर रहे हैं। इस लेब में विद्यार्थियों ने विकलांगों के लिए आवाज से चलने वाली व्हील चेयर, ऑटोमेटेड आई.वी. स्टेण्ड तथा फायर कन्ट्रोल ड्रॉन बनाकर पेटेंट कराया हैं। साथ ही किसानों के लिए आई.ओ.टी. आधारित कृर्षि सोल्युशन बनाकर विभिन्न तकनीकी प्लेटफॉर्म पर अपनी जीत हासिल की हैं।
गिट्स क्वालिफाइड एवं एक्सपीरियंस फेकल्टी, समृद्ध लेबोरेट्री एवं स्मार्ट क्लासेस के साथ विभिन्न कम्पनीज को एनर्जी ऑडिटिंग एण्ड इक्यूपमेंट टेस्टींग, मेडिकल इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड हेल्थकेयर, इ कॉमर्स एवं डिजीटल मार्केटिंग, डिजीटल टेक्नोलोजी एण्ड एग्री कल्चर, वॉश लेब एण्ड मेटेरियल टेस्टींग एवं इण्डस्ट्रियल ऑटोमेशन आदि पर कंसलटेंसी एवं बेकअप सपोर्ट प्रदान कर रहा हैं। भविष्य में गिट्स महाविद्यालय इलेक्ट्रिकल व्हाईकल एवं रोबोटिक्स, वीम एण्ड एआर/वीआर एप्लाइड इन सिविल इन्जिनियरिंग डिजिटाइजेशन ऑफ इलेक्ट्रिक इन्जिनियरिंग एण्ड सोलर, एन्टीना डिजाइन फॉर 5जी और कॉन्टम टेक्नोलोजी एण्ड ब्लोक चैन तथा आर्टिफिशयल इन्टेलीजेंस आधारित आई.ओ.टी. आदि नवीन तकनीको पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
संस्थान के वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने शिक्षकों एवं स्टॉफ मेम्बर्स को बधाई देते हुए कहा कि यह (एनएएसी) गेड -ए मान्यता हम सभी के अपने काम के प्रति समर्पण का नतीजा हैं।