एचडीएफसी बैंक ने मुंह बंद रखो अभियान का दूसरा संस्करण लॉन्च किया

उदयपुर : 2020 में अपने मुंह बंद रखो अभियान की जबरदस्त सफलता के बाद, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने आज अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता सप्ताह 2021 के समर्थन में दूसरे संस्करण के शुभारंभ की घोषणा की। इस पहल के माध्यम से बैंक का लक्ष्य सभी प्रकार की धोखाधड़ी के बारे में लोगों में जागरूकता को बढ़ाना और उनकी रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए अपना मुंह बंद रखने का महत्व बताना है।
बैंक अगले 4 महीनों में देश भर में 2,000 से अधिक कार्यशालाओं (वर्कशॉप्स) का आयोजन करेगा ताकि ग्राहकों को यह समझने में मदद मिल सके कि वे वित्तीय धोखाधड़ी से खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। अभियान ग्राहकों को याद दिलाता है कि ऐसी कई स्थितियां हैं जिनमें जानकारी का खुलासा नहीं करना बेहतर है, खासकर जब बैंकिंग विवरण की बात आती है, ऐसे समय में किसी के इस बारे में पूछने पर अपना मुंह बंद रखें। युवा वर्ग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां बैंक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों और कॉलेजों को लक्षित करेगा, ताकि किशोरों और युवाओं को शुरूआत से ही इस संबंध में जागरूक किया जा सके।

फोन, एसएमएस, ईमेल और सोशल मीडिया पर अज्ञात लिंक पर क्लिक न करने, कार्ड विवरण साझा करने, सीवीवी, समाप्ति तिथि, ओटीपी नेटबैंकिंग / मोबाइलबैंकिंग लॉगिन आईडी और पासवर्ड जैसे सरल कदमों का पालन करके आम जनता को अपना पैसा सुरक्षित रखने में काफी हद तक व्यापक मदद मिल सकती है।
इस नई शुरूआत के मौके पर एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने कहा कि “डिजिटलाइजेशन ग्राहकों को बेहतरीन और अद्वितीय सुविधा और बैंकिंग सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करता है। इन सुविधाओं के साथ साइबर धोखाधड़ी के भी बहुत सारे जोखिम सामने आ रहे हैं। धोखेबाज जालसाज लगातार भोले-भाले ग्राहकों की तलाश में रहते हैं। ऐसे में ग्राहकों को अंजान लोगों के साथ बात करने और बातचीत करने को लेकर हमेशा सतर्क और सावधान रहना महत्वपूर्ण है। ग्राहकों को कुछ सावधानी एवं सतर्कता नियमों का पालन करके अपने धन और बचत की रक्षा करने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, अज्ञात कॉल न उठाएं; अजनबियों के एसएमएस और मेल पर क्लिक न करें। ओटीपी, कार्ड नंबर, पासवर्ड या पिन आदि को किसी के साथ भी साझा न करें।“ उन्होंने कहा कि “एचडीएफसी बैंक में हम उभरते साइबर सुरक्षा खतरों को कम करने के लिए अपनी तकनीक, प्रक्रियाओं और प्रणालियों को लगातार अपडेट कर रहे हैं। इस यात्रा में जागरूकता पैदा करना एक महत्वपूर्ण कदम है और इसलिए हम लोगों को अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी के बारे में अपना मुंह बंद रखने और ऐसा करने में अपने बैंक खाते को सुरक्षित रखने के बारे में शिक्षित करने के लिए मंुह बंद रखो अभियान शुरू करने में प्रसन्न हैं।“

आज आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में, “मुंह बंद रखो“ अभियान को डॉ. के. राजेश्वर राव (आईएएस), विशेष सचिव, नीति आयोग द्वारा लॉन्च किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. राजेश पंत, नेशनल साइबर सिक्योरिटी कोऑर्डिनेटर, भारत सरकार और श्री शशिधर जगदीशन, एमडी और सीईओ, एचडीएफसी बैंक भी उपस्थित थे।
महामारी की शुरुआत के बाद से डिजिटल धोखाधड़ी में एक बड़ा बदलाव आया है। लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए आज के धोखेबाज ज्यादा परिष्कृत होते और अधिक से अधिक शातिर होते जा रहे हैं। इनमें से कई तरह की धोखाधड़ी अब सप्ताह के दिनों और काम के घंटों के दौरान ग्राहकों को यह विश्वास दिलाने के लिए की जा रही हैं कि कॉल और ऑफ़र पूरी तरह से वैध हैं। एचडीएफसी बैंक द्वारा धोखाधड़ी विवाद के समय को लेकर किए गए एक खास विश्लेषण से पता चला है कि इस वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीनों में, 65-70 प्रतिशत साइबर धोखाधड़ी सुबह 7.00 बजे से शाम 7.00 बजे के बीच की गई हैं।
साथ ही जालसाज सिर्फ सीनियर सिटीजन को ही लक्षित नहीं कर रहे हैं। एचडीएफसी बैंक के विश्लेषण ने आगे ये भी दर्शाया है कि प्रभावित ग्राहकों में से 80-85 प्रतिशत ग्राहक 22-50 आयु वर्ग के थे, और माना जाता है कि वे तकनीक की अधिक और बेहतर समझ रखने वाले आयु वर्ग के थे।
इसलिए, इस साल, एचडीएफसी बैंक अपने मुंह बंद रखो अभियान के माध्यम से ग्राहकों से एक प्रतिज्ञा लेने और गोपनीय बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करने का आग्रह कर रहा है।
बैंक ने इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता सप्ताह 2021 के उपलक्ष्य में शुरू किया है, जो कि 15 से 21 नवंबर तक होने वाले धोखाधड़ी के प्रभाव को कम करने के लिए वैश्विक प्रयास है। यह तीसरा वर्ष है जब एचडीएफसी बैंक इसमें शामिल हो रहा है।
नीति आयोग के विशेष सचिव डॉ. के. राजेश्वर राव (आईएएस) ने कहा कि “आम जनता की वित्तीय जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेरे लिए एक करीबी विषय रहा है। बेईमान और जालसाज तत्वों ने हमेशा कमजोर और भोलेभाले आम लोगों का शिकार किया है। मुझे उम्मीद है कि ये कार्यशालाएं ऐसी कमजोरियों को जन्म देने वाली सूचनाओं के अंतराल को पाटेंगी और अधिक से अधिक बैंक खातों को अधिक और पहले से सुरक्षित रखने में मदद करेंगी।“
सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. राजेश पंत, नेशनल साइबर सिक्योरिटी कोऑर्डिनेटर, भारत सरकार ने कहा कि “भारत में 1.1 बिलियन से अधिक फोन और 700 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ, साइबर सुरक्षा आज एक आवश्यक सेवा बन चुकी है। देश में साइबर सुरक्षा परिदृश्य तेजी से बदल रहा है और लगातार उभरते खतरों से बचाव के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच मजबूत सहयोग की आवश्यकता बढ़ रही है। एचडीएफसी बैंक द्वारा मुंह बंद रखो अभियान इस दिशा में एक अच्छा कदम है और मुझे इस अभियान के शुभारंभ पर उपस्थित होकर खुशी हो रही है।“
बैंक ग्राहकों सहित आम जनता के लिए महत्वपूर्ण जानकारीः
• एचडीएफसी बैंक या कोई अन्य बैंक आपके ईएमआई भुगतानों को स्थगित करने के लिए कभी भी आपका ओटीपी, नेटबैंकिंग/मोबाइलबैंकिंग पासवर्ड, ग्राहक आईडी, यूपीआई पिन नहीं मांगेगा।
• कृपया फोन, एसएमएस, ईमेल पर किसी के साथ अपने बैंक खाते संबंधी कोई भी गोपनीय जानकारी साझा न करें
• सुरक्षित बैंकिंग टिप्सः
• मैसेज, सोशल मीडिया पोस्ट में अनजान लिंक पर क्लिक न करें
• पिन, पासवर्ड, बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें।
• जब आप अपना पता, संपर्क नंबर या ईमेल आईडी बदलते हैं तो अपने बैंक को सूचित करें।
• अगर आपके खाते/कार्ड में कोई संदिग्ध लेनदेन पाया जाता है तो एचडीएफसी बैंक का प्रतिनिधि आपको कॉल करेगा। बैंक फोन नंबर-61607475 से कॉल करेगा।
• अपने रीजनल फोन बैंकिंग नंबर को हमेशा अपनी संपर्क सूची में स्टोर और सेव करें, जो आपात स्थिति में मदद करेगा जब आपका कार्ड खो जाए या चोरी हो जाए या आपको अपने बैंक खाते में कोई संदिग्ध लेनदेन की जानकारी मिले।
• आप एचडीएफसी बैंक के फोन बैंकिंग या राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 155260 पर 8 राज्यों तक पहुंचने के लिए 61606161 पर या टोल फ्री नंबर – 18002586161 पर एचडीएफसी बैंक को कॉल करके संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्ट कर सकते हैं।
• अपने मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप से बैंकिंग लेनदेन न करें, जब यह सार्वजनिक / फ्र वाई-फाई से जुड़ा हो, जो पूरी तरह से ओपन है और इसलिए असुरक्षित है।

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