प्रो. भाणावत एवं डॉ. यादव को ‘आईसीएआई इंटरनेशनल रिसर्च अवॉर्ड 2022’

प्रो. भाणावत को लगातार दूसरी बार मिला अवार्ड
उदयपुर।
दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया,न्यू दिल्ली ने गुरुवार 20 अक्टूबर, 2022 को कानपुर उत्तरप्रदेश के किंग्सटन रिसॉर्ट में आयोजित सम्मान समारोह में ‘आईसीएआई इंटरनेशनल रिसर्च अवार्ड 2022’ प्रदान किया गया। कॉमर्स कॉलेज के अधिष्ठता प्रो. पी. के. सिंह ने बताया कि समारोह में सुखाडिय़ा विवि के लेखांकन एवं व्यावसायिक सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीरसिंह भाणावत एवं डॉ नीलम यादव को संयुक्त रूप से टैक्सेशन श्रेणी में उनके द्वारा लिखित अनुसंधान पत्र ‘टैक्स रेवेन्यू एंड लाइफ एक्सपेक्टेंसी इंडेक्स ऑफ सेलेक्ट कंट्रीज’ को श्रेष्ठतम घोषित किया गया।
शोधपत्र में भारत की जीडीपी के समकक्ष फ्रांस, इटली, ब्राजील तथा कनाडा का चयन किया गया। चयनित देशों के कर राजस्व तथा जीवन प्रत्याशा सूचकांक के बीच अंतर-संबंधों का तुलनात्मक अध्ययन करके कर राजस्व के आधार पर जीवन प्रत्याशा सूचकांक का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक सांख्यिकीय मॉडल का निर्माण किया। नीति निर्माता इन मॉडल का उपयोग करके चयनित देशों की जीवन प्रत्याशा सूचकांक का पूर्वानुमान लगा सकते हैं । लेखकों ने अपने शोध में यह भी बताया कि बजट को बनाते समय देश के सामने बजट के आवंटन की समस्या आती है कि बजट का आवंटन विभिन्न मदो जैसे स्वास्थ्य,शिक्षा आदि पर कितना किया जाए , तो इस पूर्वानुमान मॉडल का उपयोग करके इस समस्या का हल किया जा सकता है।
यहां यह उल्लेखनीय है की गत वर्ष भी प्रो भाणावत को आईसीएआई इंटरनेशनल रिसर्च अवॉर्ड 2021 टैक्सेशन श्रेणी में उनके अनुसंधान पत्र ‘अकाउंटिंग ऐंड टैक्सेशन इश्यूज इन कार्बन क्रेडिट ट्रांजेक्शन’ को अंतराष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय सर्वश्रेष्ठ पत्र होने के कारण सिल्वर अवार्ड से सम्मानित किया गया था। लगातार दो वर्षो से यह अवॉर्ड प्रो भाणावत को मिल रहा है तथा इस विभाग को लगातार तीसरी बार यह अवॉर्ड मिल रहा है।
आईसीएआई के रिसर्च कमिटी के अध्यक्ष सीए अनुज गोयल ने बताया कि फ्रांस, श्रीलंका, ट्यूनीशिया यमन, ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान रोमानिया सहित 18 देशों से 150 अनुसन्धान पत्रों को ज्यूरी के सदस्यों ने मूल्यांकन किया। ज्यूरी के अध्यक्ष एलन जॉनसन थे जो इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ एकाउंटेंट के प्रेसिडेंट हैं। यह अवॉर्ड एकाउंटिंग, टैक्सेशन, ऑडिटिंग, इकोनॉमिक्स तथा फाइनेंस नामक पांच क्षेत्रों में दिया जाता है।

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