नेपाल के काठमांडू में पहला अंतरराष्ट्रीय अस्पताल शुरू किया
उदयपुर : भारत में बांझपन के उपचार से जुड़े अस्पतालों के सबसे बड़े नेटवर्क, इंदिरा आईवीएफ ने नेपाल के काठमांडू में अपने अस्पताल के उद्घाटन के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार की घोषणा की। इस तरह यह कंपनी का वैश्विक बाज़ार में पहला कदम है जो वैश्विक स्तर पर चर्चित इक्विटी फर्म, ईक्यूटी के समर्थन से इसके अगले चरण के विकास को गति प्रदान करेगा। इंदिरा आईवीएफ अपनी विशेषज्ञता को दक्षिण-पूर्व एशियाई, मध्य-पूर्वी, यूरोपीय और अफ्रीकी देशों तक ले जाना चाहता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर हर छह में से एक व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न कभी गर्भधारण करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे बांझपन एक व्यापक चिंता का विषय बन जाता है और इससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं। प्रजनन संबंधी समस्याएं विकसित और विकासशील दोनों देशों में आम हैं, जहां उच्च लागत, सामाजिक कलंक और समाधानों की सीमित उपलब्धता इससे जुड़ी चुनौतियों में योगदान करती हैं। पुरुषों और महिलाओं दोनों से जुड़ी बांझपन की जटिलताओं के कारण यह एक बहुमुखी समस्या है। वैश्विक स्तर पर प्रजनन से जुड़ी देखभाल की मांग विविध क्षेत्रों और जनांकिकी तक फैली हुई है, जो व्यापक समाधानों की अनिवार्यता को रेखांकित करती है।
मेडिकल टूरिज्म इंडेक्स (एमटीआई) में दुनिया के 46 गंतव्यों में से 2020-21 में से 10वीं रैंकिंग के साथ भारत मेडिकल पर्यटन का केंद्र रहा है। इसकी वजह है, अत्याधुनिक सुविधाओं, प्रतिष्ठित स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों, वित्तीय व्यवहार्यता, जल्द अपॉइंटमेंट और अस्पतालों की मान्यता। यौन, प्रजनन संबंधी देखभाल के लिए देश में अधिकाधिक मरीज़ आने लगे हैं। भारत में इंदिरा आईवीएफ के अस्पतालों में, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका से 400 से अधिक मरीज़ अपने बांझपन के इलाज के लिए आए हैं।
संगठन के अंतर्राष्ट्रीय विस्तार के बारे में, इंदिरा आईवीएफ के प्रबंध निदेशक एवं सह-संस्थापक श्री नितिज़ मुर्डिया ने कहा, “हमारा दृष्टिकोण और मिशन है, बांझपन को खत्म करना और हम अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए सक्रिय रूप से वैश्विक बाजारों की तलाश कर रहे हैं। हमारे पास अंतर्राष्ट्रीय विस्तार की एक व्यवस्थित रणनीति है, जिसका उद्देश्य है कि हम जिस भी देश में प्रवेश करें उसमें अग्रणी बनें। भावनात्मक, वित्तीय और सामाजिक पहलुओं सहित परिवारों पर बांझपन के बहुमुखी प्रभाव को पहचानते हुए, हम इन चुनौतियों का समाधान करने वाले व्यापक समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य है, दुनिया भर में व्यक्तियों और परिवारों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने और हमारी दृष्टि को वैश्विक वास्तविकता में बदलने के समर्पण से प्रेरित होकर सीमाओं से परे विस्तार करना।”
नेपाल में हालिया विस्तार पर अपनी टिप्पणी में, इंदिरा आईवीएफ के मुख्य कार्यकारी और सह-संस्थापक, डॉ क्षितिज मुर्डिया ने कहा, ” नेपाल में प्रजनन दर में लगातार गिरावट देखी गई है, जो 2023 में प्रति महिला जन्म दर1.799 के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है, जबकि 2019-21 में भारत में प्रति महिला 2.0 का जन्म दर्ज किया गया था। नेपाल में प्रवेश करने वाले भारत के पहले संगठित असिस्टेड प्रजनन प्रौद्योगिकी (एआरटी) खिलाड़ी के रूप में, इंदिरा आईवीएफ ने बढ़ती मांग को पूरा करने और परिवारों को सुलभ प्रजनन समाधान प्रदान करने के लिए देश भर में पांच और क्लीनिक स्थापित करने की योजना बनाई है। भारत में अपनाए जाने वाले हमारे दृष्टिकोण के अनुसार ही हम वहां भी उन सभी परिवारों के लिए विश्वसनीय भागीदार बनना है जो अपने माता-पिता बनने के सपनों को पूरा करना चाहते हैं।”
ईक्यूटी विश्व स्तर पर सबसे बड़े और सबसे सक्रिय स्वास्थ्य देखभाल निवेशकों में से एक है। फर्म ने जीवन विज्ञान (लाइफ साइंसेज़) स्टार्ट-अप से शुरुआत की और पिछले 30 साल में विकास के हर चरण में 200 से अधिक स्वास्थ्य देखभाल कंपनियों में 25 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश करती हुई वैश्विक बाज़ार की प्रमुख कंपनी बन गई। जुलाई 2023 में बहुसंख्यक मालिक के रूप में प्रवेश करने के बाद, ईक्यूटी का लक्ष्य है, विकास के अगले चरण में इंदिरा आईवीएफ का समर्थन करने के लिए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की अपनी गहरी विशेषज्ञता और वैश्विक नेटवर्क का लाभ उठाना।
भारत में ईक्यूटी के पार्टनर आशीष अग्रवाल ने कहा, “बांझपन का मुद्दा दुनिया भर में बढ़ रहा है और अब यह एक प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल मुद्दा बन गया है। इंदिरा आईवीएफ ने अपने सर्वोत्तम श्रेणी के चिकित्सा बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी के साथ भारत में इस समस्या को सामने से संबोधित किया है, और देश भर में कई जोड़ों के सपनों को पूरा किया है। इसी दृष्टिकोण के साथ, इंदिरा आईवीएफ अब अपने पहले चरण में नेपाल में प्रवेश कर अपने अंतर्राष्ट्रीय विस्तार के सफ़र पर निकल पड़ा है। इंदिरा आईवीएफ का लक्ष्य है, जागरूकता को बढ़ावा देकर और सर्वोत्तम उपचार प्रदान करके परेशानियां दूर करना। ईक्यूटी का निवेश इंदिरा आईवीएफ की सिद्ध पद्धति में हमारे विश्वास को दर्शाता है, और हम उसके परिवर्तनकारी विकास के अगले चरण का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं।
मानकीकरण बनाए रखने के लिए, विश्व स्तर पर सभी विशेषज्ञों और स्टाफ सदस्यों को इंदिरा फर्टिलिटी अकादमी (आईएफए) में प्रशिक्षित किया जाएगा। मर्क फाउंडेशन और ब्रिटिश फर्टिलिटी सोसाइटी द्वारा मान्यता प्राप्त, आईएफए इंदिरा आईवीएफ की अकादमिक शाखा है, जिसे बांझपन उपचार के लिए प्रतिभा विकसित करने और तैयार करने के दृष्टिकोण से स्थापित किया गया था। इंदिरा आईवीएफ के 120 से अधिक अस्पतालों में 2,700 से अधिक विशेषज्ञों और कर्मचारियों को नवीनतम प्रौद्योगिकी, प्रक्रियाओं और मानक प्रक्रियाओं पर प्रशिक्षित किया गया है, जिसने संगठन के सीधे ग्राहक से जुड़ने के दृष्टिकोण और चिकित्सा परिणामों को आकार दिया है।
इंदिरा आईवीएफ ने किया अंतर्राष्ट्रीय प्रजनन बाजार में प्रवेश
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