जेके टायर ने एक और इतिहास रचा
उदयपुर। रेडियल टेक्नोलॉजी में भारत में अग्रणी जेके टायर ने सबसे पहले ट्रक/बस रेडियल टायर्स (टीबीआर) का देश में पहली बार निर्माण किया और इस सेगमेंट में अपना नेतृत्व कायम रखा। रेडियल बाजार को विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए टेक्नोलॉजी एवं नवाचार के माध्यम से नए-नए उत्पाद बाजार में पेश किए, हाल ही में कम्पनी को अपना दो करोड़वां रेडियल ट्रक/बस रेडियल टायर जारी किया। यह एकमात्र भारतीय कम्पनी है जिसने इस माइल स्टोन को छूने का गौरव हासिल किया।
कम्पनी साल 2016 में ही 10 मिलियन टीआरबी टायर उत्पाद करने का सम्मान हासिल कर चुकी है और चार साल के भीतर ही अब इसने दो करोड़वां (20 मिलियन) टायर जारी कर एक नया माइलस्टोन प्राप्त किया है टीबीआर के कारण ही आज देश में कम्पनी की नेतृत्वशील स्थिति कायम है।
इस अवसर पर जेके टायर के चेयरमेन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रघुपति सिंघानिया ने कहा कि यह एक लैण्डमार्क उपलब्धि है, जो न केवल जेके टायर की है अपितु इसके भागीदारों, विशेषकर ग्राहकों की जिन्होंने हमारी इंजीनियरिंग शक्तियों और टेक्नोलॉजीकल क्षमताओं पर अपना अटूट विश्वास दिखाया। एक अग्रणी एवं मार्केट लीडर होने के नाते हम लगातार इनोवेशन अभियान जारी रखने और फ्लीट ओनर्स के लिए ऐसे उत्पाद लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो दक्षता, सुरक्षा और लागत प्रभावशील हैं। हम टेक्नोलॉजी और क्रांतिकारी टिकाऊ गतिशीलता समाधानों के माध्यम से अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे।
सेगमेंट में नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता को प्रदर्शित करते हुए कम्पनी ने हाल ही में भारत की पहली ‘स्मार्ट टायर‘ तकनीक लॉन्च की है, जो दबाव और तापमान सहित टायर के महत्वपूर्ण आंकड़ों पर नजर रखती है। इस प्रकार कनेक्टेड गतिशीलता स्थान में प्रवेश करने वाला पहला टायर निर्माता बन गया। कम्पनी फ्ूयूल इफिशिएंट फ्यूल सेवर टेक्नोलॉजी टीबीआर टायर्स की अगली पीढ़ी को लॉन्च करने वाली पहली टायर निर्माता कम्पनी है, जो अत्याधुनिक एडवांटेज जेटीओटीटी तकनीक पर बनी है, जो कि सामान्य रेडियल टायर की तुलना में 8 प्रतिशत फ्यूल की बचत करके वाहन की दक्षता में सुधार करने में मदद करती है।